कल से शुभ काज फिर शुरू खर मास के चलते खाली थे मैरिज पैलेस, धर्मशालाएं
अरविंद शर्मा/हप्र
जगाधरी, 12 जनवरी
खर मास के चलते पिछले एक माह से विवाह जैसे शुभ कार्य बंद थे। अब मकर संक्रांति के बाद ये फिर से शुरू हो जाएंगे। इस वर्ष में सबसे ज्यादा फरवरी में,वहीं सबसे कम विवाह के शुभ मुर्हूत मार्च माह में हैं। पिछले एक माह से मैरिज पैलसों, धर्मशालाओं में बहुत कम शादियां हो रही थी। जिसके चलते कैटर्स, हलवाई, बैंड बाजे व बग्गी वाले भी खाली बैठे हुए थे। बाजार भी ठंडा था। अब खर मास खत्म होने पर विवाह आदि शुरू होने जा रहे हैं। मंगलवार से शुभ मुर्हूत होगा।
प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर के आचार्य त्रिलोक महाराज ने बताया 2025 में काफी शुभ मुहूर्त हैं। इस माह में 16 ,18, 19, 20, 21, 22, 26, 27 तारीख को शादी का शुभ मुर्हूत है। इसी प्रकार फरवरी में 3 ,4 ,7 ,8 ,14, 15 ,16, 18, 23, 25, 26 तारीख शुभ लगन है।
आचार्य जी ने बताया कि पंचांग के अनुसार मार्च में 3 व 6 तारीख के ही शुभ मुहूर्त हैं। इसी प्रकार अप्रैल माह में 14 ,16, 18, 19, 20, 22, 25, 29 व 30 तारीख का शुभ मुहूर्त है। उन्होंने बताया कि मई में 1 ,5, 6, 7, 15, 16, 17, 24, व 28 तारीख का शुभ मुहूर्त है। वहीं जून में 1 ,2, 3 व 7 का शुभ मुहूर्त होगा। आचार्य ने बताया कि जुलाई में 13, 14, 20, 29, 26, 27, 28व 31 को शुभ कार्य होंगे। इसी प्रकार अगस्त में 1,3,7 ,13, 24, 28 व 30 का शुभ मुहूर्त रहेगा। सितंबर माह में 1,2 व 3 तारीख को ब्याह-शादियां आदि शुभ काम होंगे। उन्होंने बताया कि इस बार अक्टूबर में 22, 24, 26, 27, 28 व 31 का शुभ मुहूर्त रहेगा। त्रिलोक जी ने बताया कि नवंबर माह में 2 ,3, 4, 7, 8, 12, 13 ,22, 23 व 24 तारीख हो ब्याह शादियां आदि शुभ काम होंगे। आचार्य जी ने बताया कि दिसंबर में 4, 5, 6 तारीख का शुभ मुहूर्त है।
उन्होंने बताया कि होली से आठ दिन पहले होलष्का लग जाता है। इसमें भी शुभ सनातन में निषेध माने जाते हैं। उनका कहना है कि उपरोक्त तारीखों में नया कारोबार शुरू करना, संपत्ति आदि खरीदना भी अच्छा माना जाता है। बच्चों का मुंडन संस्कार भी इन तारीखों में ठीक रहेगा।