जैन मुनि प्रणम्य सागर महाराज का रेवाड़ी में मंगल प्रवेश, जोरदार स्वागत
रेवाड़ी, 16 मार्च (हप्र)
दिगम्बर जैन राष्ट्र संत आचार्य विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनि प्रणम्य सागर महाराज का रविवार को धर्म नगरी रेवाड़ी में ससंघ मंगल प्रवेश हुआ तो उनके स्वागत में समाज के सैकड़ों लोगों का समूह उमड़ पड़ा।
नगर के नाईवाली चौक से निकाली गई भव्य शोभा यात्रा के माध्यम से जैन मुनियों ने नगर के बाजारों से गुजरते हुए अतिशय क्षेत्र नसियाजी में प्रवेश किया। मुनिश्री के स्वागत में पूरे नगर को सजाया गया था और जगह-जगह स्वागत द्वार बनाये गए थे। शोभा यात्रा में आचार्य विद्यासागर महाराज के चरणों की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही।
बाजारों से होते हुए यह शोभा यात्रा नगर के सरकुलर रोड स्थित अतिशय क्षेत्र नसियाजी पहुंची] जहां पहले से ही मौजूद सैकड़ों महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने उनका आशीर्वाद लिया। नसियाजी परिसर में बने प्रणम्य सागर मांगलिक भवन में मुनिश्री के प्रवचन हुए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों रेवाड़ी में उनका चातुर्मास सम्पन्न होने के बाद जो धर्म प्रभावना देखने को मिली, उनके किसी भी चातुर्मास में नहीं देखी गई।
मुनिश्री प्रणम्य सागर महाराज ने कहा कि चातुर्मास के दौरान उन्होंने बच्चों को संस्कारवान बनाने वाले अकलंक शरणालय (छात्रावास) का पौधा लगाया था। वे आज एक बार फिर यहां यह देखने आए हैं कि यह पौधा कितना बड़ा हो गया है। इस छात्रावास में बच्चों को शिक्षा देने के साथ-साथ संस्कारवान भी बनाया जाता है। बच्चों को जैन धर्म के मूल सिद्धांत अहिंसा, सत्य व संयम का पाठ पढ़ाया जाता है। उन्होंने जैन समाज से अपील की कि वे अपने दिल को बड़ा करते हुए इस संस्थान को विस्तार देते हुए गैर जैन बच्चों को भी प्रवेश दें और उन्हें भी संस्कारवान बनाएं। मंच संचालन राजेश जैन शास्त्री ने किया। इस मौके पर समाज के प्रधान महेन्द्र जैन सर्राफ, उपप्रधान अरविन्द जैन, जैन समाज के पूर्व प्रधान पदम कुमार जैन, जैन पब्लिक स्कूल के प्रधान प्रदीप जैन, भाजपा की जिला अध्यक्ष वंदना पोपली, अजेश जैन शास्त्री, मुनि संघ के प्रधान सतीश जैन, एमपी जैन, देवेन्द्र जैन, अजित प्रसाद जैन, मोहित जैन सीए, हेमराज जैन व सैकड़ों की संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।