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गेहूं सीजन प्रारंभ होते ही मांगों को लेकर आढ़ती करेंगे आंदोलन

08:02 AM Mar 29, 2024 IST
गेहूं सीजन प्रारंभ होते ही मांगों को लेकर आढ़ती करेंगे आंदोलन
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जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 28 मार्च
गेहूं खरीद सीजन प्रारंभ होने से पूर्व ही सरकार और अनाज आढ़ती आमने-सामने आ गए हैं। विभिन्न मांगों के पूरा नहीं होने से गुस्साए अनाज आढ़तियों ने 1 अप्रैल से यानी सरकारी खरीद शुरू होने वाले दिन से 5 दिन तक धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। जानकारी के अनुसार अनाज आढ़ती एमएसपी की सभी फसलों की खरीद केवल आढ़तियों के माध्यम से करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही वे गेहूं और धान पर अढ़ाई प्रतिशत आढ़त देने की मांग भी कर रहे हैं। इसके अलावा फसल का भुगतान सीधे किसान के खाते में करने की बजाए उसकी मर्जी के आधार पर करने की जिद पर अड़े हैं। यानी जो किसान सीधी पेमेंट चाहे उसे सीधा भुगतान मिले और जो आढ़तियों के माध्यम से चाहे उसे उसी प्रकार से फसल का भुगतान किया जाए। अनाज आढ़ती चाहते हैं कि सरकार भुगतान को लेकर किसानों पर मनमानी नहीं थोंपे। आढ़तियों का कहना है कि प्रदेश की मंडियों के अनाज आढ़तियों की विभिन्न समस्याओं के बारे में समय-समय पर सरकार को अवगत करवाते रहे हैं परंतु सरकार उनकी समस्याओं का कोई हल नहीं कर रही है।
जानकारी के अनुसार अब अनाज आढ़ती अपनी प्रमुख 3 मांगों को नहीं माने जाने पर 1 अप्रैल से रोजाना लगातार 5 दिन तक अपनी-अपनी मार्केट कमेटियों के परिसरों में 2-2 घंटे के लिए धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करेंगे और अपनी एकजुटता दिखाएंगे। मालूम हो कि प्रदेश की सभी मंडियों में परंपरागत रूप से 1 अप्रैल से ही गेहूं की सरकारी खरीद प्रारंभ होती है। यह बात अलग है कि इस वर्ष आवक के वैसाखी के आसपास आने की संभावना है।

भाजपा सरकार ने छोड़ दिया आढ़तियों का साथ : दूनीचंद

आढ़ती एसोसिएशन के प्रदेश संरक्षक एवं जिला अम्बाला इकाई के प्रधान दूनीचंद दानीपुर ने आंदोलन और मांगों की पुष्टि करते हुए कहा कि पिछले काफी समय से भाजपा सरकारों ने अपने नारे सबका साथ सबका विकास के विपरित अनाज आढ़तियों का साथ छोड़ दिया है और विकास अवरुद्ध कर दिया है। पहले अनेक दशकों से गेहूं और धान पर प्रतिशत के आधार पर ही आढ़त मिलती रही है लेकिन भाजपा सरकार ने हरियाणा में इस आढ़त को फिक्स दर से कर दिया है। साथ ही किसानों की एमएसपी के तहत आने वाली अन्य फसलें जैसे कॉटन, सरसों, सूरजमुखी, बाजरा सरकार द्वारा आढ़तियों को दर किनार करके खरीद की जा रही है। उन्होंने सभी एमएसपी फसलें आढ़तियों के माध्यम से खरीद किए जाने और आढ़त 2.5 प्रतिशत करने की मांग की। उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रदेश स्तर की एक बैठक कुरुक्षेत्र में हो चुकी है और उसमें लिए गए निर्णय के अनुसार ही अनाज आढ़ती 1 अप्रैल से 5 दिन तक रोजाना 2-2 घंटे का धरना देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि चूंकि प्रदेश के नए मुख्यमंत्री नायब सैनी अम्बाला से संबंध रखते हैं, इसलिए शीघ्र ही एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री नायब सैनी से मिलकर उन्हें अनाज आढ़तियों की समस्याओं के बारे विस्तार से बताएगा और उनको हल करने की मांग करेगा।

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