आढ़ती कल दुकानों पर ताला लगाकर मुख्यमंत्री को सौंपेंगे चाबियां : चीमा
संगरूर, 6 अक्तूबर (निस)
आढ़ती एसोसिएशन पंजाब के अध्यक्ष रविंदर सिंह चीमा ने संगरूर में कहा कि पंजाब की दो आढ़ती यूनियनों के बीच सरकारी खरीद विवाद को लेकर एक संयुक्त बैठक करने के बाद फैसला लिया गया कि जब तक मांगे मानी नहीं जाती तब तक मंडियों में सरकारी खरीद नहीं होगी।
सरकार को चेतावनी भी दी गई कि अगर 7 अक्तूबर की शाम तक सरकार ने मसला नहीं सुलझाया तो 8 तारीख को पंजाब की मंडियों में सारा कारोबार बंद कर दिया जाएगा और दुकानों पर ताले लगा दिए जाएंगे। साथ ही उनकी चाबियां जिले के अधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंप दी जाएंगी। दुकानें बंद होने पर किसानों और किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा, इसके लिए प्रत्येक मंडी प्रधान एसोसिएशन खुले बाजारों में किसानों और श्रमिकों के लिए दाल रोटी का लंगर लगाएगी। विजय कालड़ा और रविंदर सिंह चीमा ने संयुक्त बयान में किसानों से अपील की कि आढ़ती ने हर संघर्ष में किसानों का साथ दिया है। इस संघर्ष में आज आढ़ती के मजदूरों का भी किसानों को समर्थन करना चाहिए।
दोनों अध्यक्षों ने कहा कि तीन साल पहले केंद्र सरकार ने उनके आढ़त का कमीशन 46 रुपये प्रति क्विंटल पर रोक लगा दी थी, जबकि उनकी मांग है कि आढ़त का कमीशन 2.5 प्रतिशत प्रति क्विंटल की दर से दिया जाए, इसके साथ ही श्रम कटौती ईपीएफ और एफसीआई से कुछ किसानों का बकाया पैसा लौटाने की मांग की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में 20 सितंबर को केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री के साथ बैठक हुई थी। केंद्रीय मंत्री ने रिपोर्ट मंगवाकर मांगों का समाधान करने का आश्वासन दिया था,लेकिन केंद्र सरकार ने समस्या का समाधान नहीं किया इस लिए एक अक्तूबर से आढ़ती और मंडी मजदूर पंजाब भर की मंडियों में हड़ताल करने को मजबूर हुए। उन्होंने कहा कि सरकार शैलरों के लिए अभी तक कोई पॉलिसी नहीं लेकर आई है।