क्या ये किसान नेता हैं, जो बहू बेटियों का अपमान करते हैं
उचाना, 11 मई (निस)
रोजखेड़ा में काफिले पर हमले के बाद दाड़न खाप के गांव उचानाकलां में आयोजित ग्रामीण सभा काे जजपा उम्मीदवार नैना चौटाला ने भरी आंखों से संबोधित किया। भाषण देने के दौरान आंसुओं से भरी आंखों के साथ नैना चौटाला ने कहा कि उचाना हलके से इस बात का इंसाफ मांगना चाहूंगी कि क्या गांव में बहन, बेटियों की ऐसे इज्जत की जाती है, रोजखेड़ा में महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की की और दुपट्टे फाड़े गए। मैं खाप चौधरियों से इंसाफ मांगती हूं, दाड़न खाप से एक बेटी इंसाफ मांग रही है। क्या इंसाफ दोगे मुझे, मुझे मेरे से ज्यादा पीड़ा उस बेटी की है जिसको नाली के अंदर घसीटा गया। नैना चौटाला ने कहा कि हलके के लोगों से पूछती हूं कि उचाना में महिलाओं की ये इज्जत है। मैं दाड़न खाप के प्रधान से मिलूंगी, जितनी भी खाप पंचायतें हैं सबके मुखिया से मिलूंगी। मैं कमजोर नहीं हूं, मैंने दो चुनाव लड़े हैं। महिलाओं की इस तरह की बेइज्जती साढ़े आठ साल में नहीं देखी। जो घोघड़िया, रोजखेड़ा गांव में देखी। क्या ये किसान नेता हैं, जो बहू, बेटियों का अपमान करते हैं। क्या उचाना हलका मुझे इंसाफ देगा। विधानसभा में महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवाज उठाती हूूं। प्रदेश में कोई भी महिला सुरक्षित नहीं है। मुझे पीड़ा इस बात की है कि मैंने पुलिस के पास फोन किया, जिस पुलिस का जिम्मा सुरक्षा देने का है। उचाना एसएचओ ये कहता है कि पुलिस थाने में आओ मैं वहां नहीं आ सकता, क्योंकि आचार संहिता लगी है।
‘महिलाओं का अपमान सहन नहीं करेंगी खाप’
जजपा उम्मीदवार नैना चौटाला के काफिले पर हमले की सर्व जातीय दाड़न खाप चबूतरा पालवां के प्रधान सूरजभान घसो ने कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र ने हर किसी को अपनी बात रखने का हक होता है। किसी भी पार्टी का उम्मीदवार गांव में वोट की अपील के लिए आ सकता है। रोजखेड़ा में अपने आप को किसान बताकर जिन्होंने काफिले पर हमला किया और महिलाओं के साथ बदसलूकी की है, उसकी जितनी निंदा की जाए कम है। भविष्य में इस तरह की घटना को खाप सहन नहीं करेंगी। मीटिंग बुला कर ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए खाप फरमान जारी करेगी। किसान हमेशा महिलाओं, बेटियों का सम्मान करता है। किसानों को बदनाम करने की कोशिश इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले करते है। खापों ने हमेशा महिलाओं को सम्मान किया है। रोजखेड़ा की घटना पूरी तरह से निंदनीय है। उम्मीदवार के काफिले पर हमला करना, महिला कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की करने के साथ दूसरे कार्यकर्ताओं के साथ हाथापाई करना पूरी तरह से गलत है। उन्होंने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की।