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कांग्रेस, भाजपा के अलावा सभी 20 प्रत्याशियों ने गंवाई जमानत

08:32 AM Jun 06, 2024 IST
कांग्रेस  भाजपा के अलावा सभी 20 प्रत्याशियों ने गंवाई जमानत
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हरेंद्र रापड़िया/हप्र
सोनीपत, 5 जून
सोनीपत लोकसभा सीट पर पहले ही दिन से कांग्रेस और भाजपा जहां जीत के लिए चुनाव मैदान में थे, वहीं बसपा इनेलो व जजपा अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही थी। मगर मतदाताओं ने कांग्रेस और भाजपा को छोड़कर सभी को सिरे से नकार दिया। मतदाताओं के कड़े रूख के चलते चुनावी दंगल मेंं कांग्रेस और भाजपा के अलावा सभी 20 प्रत्याशी अपनी जमानत तक गंवा बैठे। इतना ही नहीं 17 प्रत्याशियों को तो मतदाताओं ने नोटा से भी कम वोट देकर उन्हें आइना दिखा दिया। सोनीपत लोकसभा सीट पर कुल 1121624 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। मतगणना के बाद कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रह्मचारी को 548682 मत हासिल कर 21816 के अंतर से जीत हासिल करने में कामयाब रहे। वहीं भाजपा उम्मीदवार मोहन लाल बड़ौली को 526866 वोट मिले।
इस बार सोनीपत का मतदाता पूरी तरह से आर-पार के मूड में था। मतदाता वोट कटुवा दलों के चक्कर में आकर अपनी वोट खराब करने से बचता रहा। मतदाताओं के कड़े रूख के चलते बहुजन समाज पार्टी के उमेश कुमार को 12822, इंडियन नेशनल लोकदल के प्रत्याशी अनूप सिंह को 11523, जननायक जनता पार्टी के भूपेंद्र सिंह मलिक 7820 मतों तक सिमट कर रह गये।
वहीं आम आदमी परिवर्तन पार्टी के नरेश कश्यप को 1658, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया पार्टी के बलबीर सिंह को 768, समता पार्टी के उम्मीदवार राकेश को 410, राष्ट्रीय जातिगत आरक्षण विरोधी पार्टी के राकेश धारीवाल को 215, डेमोक्रेटिक पार्टी के राधे श्याम को 441 तथा राष्ट्रीय गरीब दल के सुनील कुमार को 467 वोट मिले। आजाद उम्मीदवारों में अश्वनी को 695, डॉ. कमलेश कुमार सैनी को 866, जगबीर को 524, निर्मल सिंह को 318, रमेश को 1651, रोहताश को 777, संत धर्मबीर चोटीवाला को 2154, संजय दास को 572, सतपाल को 1217, सुमित लाठर को 882 व सुरेेंद्र सिंह को 296 मत मिले। आलम यह है कि मतदाताओं ने कांग्रेस और भाजपा को छोड़कर उपरोक्त सभी 20 प्रत्याशियों की सिरे से नकार दिया और उनकी जमानत जब्त करा दी।

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बिना जनाधार के मैदान में कूदने वालों को दिया कड़ा संदेश

जागरूक मतदाता गांव कुराड के सरपंच मंजीत सिंह, गांव मोई के सरपंच कृष्ण राणा, सोनीपत सेक्टर-19 निवासी सुरेंद्र सिंह व जगबीर सिंह, गन्नौर निवासी विजय पाल व नाहरी निवासी पदम दहिया का कहना है कि लोकसभा चुनाव में शुरूआत से ही कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर थी। उसके बावजूद कई वोट कटुवा दल और आजाद प्रत्याशी मतदाताओं को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे थे मगर मतदाता उनके चक्कर में नहीं आये और उन्हें आइना दिखा दिया। उन्होंने बताया कि यह बिना जनाधार वाले नेताओं के लिए एक कड़ा मैसेज है। उनका मानना है कि मतदाताओं के कड़े रूख का इसका असर विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है। उन्हें उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की संख्या कमतर रहे जिससे मतदाताओं को अपने मत का सही इस्तेमाल करने का मौका मिलेगा।

17 प्रत्याशियों को मिले नोटा से भी कम वोट

सोनीपत लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे सभी 22 प्रत्याशियों के प्रति 2320 मतदाताओं का रूख कड़ा रहा और उन्होंने नोटा का इस्तेमाल किया। आलम यह रहा कि कांग्रेस, भाजपा, बसपा, इनेलो व जजपा को छोड़कर बाकी के 17 प्रत्याशियों को नोटा को मिले 2320 वोटों से भी कम वोट मिले।

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