शंभू बाॅर्डर पर एक और किसान की मौत, एक अन्य ने रेलवे स्टेशन पर तोड़ा दम
राजपुरा, 18 मार्च (निस)
शंभू बाॅर्डर पर पिछले लगभग सवा महीने से धरने पर बैठे एक बुजुर्ग किसान लुधियाना निवासी बिशन सिंह की तबीयत खराब होने से मौत हो गई। एक अन्य किसान बलकार सिंह अमृतसर अपने गांव जाने के लिये रेलवे स्टेशन राजपुरा पर बैठा था कि इस दौरान उसकी भी मौत हो गई। किसानों ने दोनों शवों काे पोस्टमार्टम के लिये सिविल अस्पताल राजपुरा भेज दिया है।
भारतीय किसान यूनियन एकता सिधूपुर के सीनियर उप प्रधान उजागर सिंह धमौली ने बताया कि लुधियाना निवासी किसान बिशन सिंह, जो 12 फरवरी को दिल्ली कूच के लिये घर से चला था और तब से शम्भू बाॅर्डर पर धरने पर अन्य किसानों के साथ बैठा था, की आज सुबह लगभग 3.30 बजे तबीयत खराब होने पर उसे एंबुलेंस से राजपुरा के सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत करार दे दिया। धमौली ने केद्र सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि पिछले आंदोलन के दौरान लगभग 750 किसान शहीद हुये और अब शम्भू व खनौरी बार्डर पर शहीद हो रहे हैं। सरकार की ओर से जो 21 फरवरी को आंसूगैस के गोले छोड़े गये, उसकी जहरीली गैस से किसान को सांस की तकलीफ हो गई थी, जिसका इलाज बाॅर्डर पर ही डाक्टर कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार बताये कि वह कितने और किसानों की जान लेना चाहती है। हम जान देने को तैयार हैं लेकिन किसानों की मांगें मान ले, किसानों को सड़कों पर न रुलाये।
उन्होंने केद्र व पंजाब सरकार से मृतक किसानों को शहीद घोषित करने की मांग करते हुये उन्हें उचित मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की।