भड़के ग्रामीणों ने प्रशासन का किया विरोध
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 8 जुलाई (हप्र)
दड़ुआ के बाबा बालकनाथ मंदिर को गिराने के नोटिस के बाद लोगों में रोष है। भाजपा प्रदेश सचिव शशी शंकर तिवारी ने बताया की प्राचीन बाबा बालकनाथ का मंदिर 1980 में बना था।। 44 साल से इस मंदिर में काफ़ी संख्या में भक्तों की आस्थाएं जुड़ी हुई हैं। अब चंडीगढ़ प्रशासन वन विभाग की ओर से एक नोटिस आया कि मंदिर को एक महीने में ध्वस्त कर दिया जाएगा, जिसके बाद भक्तों में बहुत रोष पाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जहां प्रशासन को उस 44 साल पहले बने मंदिर की जगह को पक्का करना चाहिये, वहीं स्थाई करने के बजाये इस प्राचीन मंदिर को गिराने का नोटिस देकर भद्दा मज़ाक किया जा रहा है। इसके विरोधस्वरूप सोमवार को काफ़ी संख्या में बाबा बालक नाथ मंदिर पर भक्त इकट्ठे हुए और चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ़ रोष व्यक्त किया। इस मौके पर धर्मेंद्र दूबे, शास्त्री पंडित, अरुण कुमार, बीरेंद्र सिंह, ब्रजेश पांडे, हरेंद्र सिंह, अशोक पांडे, बलवीर सिंह, मंजीत कुमार पिन्टू, मनीष चौधरी, प्रभा देवी इत्यादि काफ़ी संख्या में भक्त शामिल थे।
उन्होंने चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित से आग्रह किया की इस प्राचीन बाबा बालकनाथ मंदिर की जगह को स्थाई किया जाये। इसके लिये जो भी प्रशासन उचित मूल्य रखेगा वह सभी बाबा बालकनाथ भक्त मिलकर देने के लिये तैयार हैं।