For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

प्राचीन बौद्ध स्तूप चनेटी को जाने वाले सभी चारों रास्ते खस्ताहाल !

07:28 AM Sep 15, 2023 IST
प्राचीन बौद्ध स्तूप चनेटी को जाने वाले सभी चारों रास्ते खस्ताहाल
जगाधरी के गांव चनेटी में स्थित प्राचीन बौद्ध स्तूप व खस्ताहाल सड़क। -हप्र
Advertisement

अरविंद शर्मा/निस
जगाधरी, 14 सितंबर
जगाधरी क्षेत्र का प्राचीन गांव चनेटी देश-विदेश में विख्यात है। इसकी वजह यहां पर करीब 2300 साल पुराना बौद्ध स्तूप है। इस स्तूप की परिक्रमा व प्रार्थना के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन पर्याप्त सुविधाएं न होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां अकसर देश के अलावा तिब्बत, भूटान, बर्मा, थाईलैंड आदि से श्रद्धालु आते हैं। दीपावली, बुद्ध पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालु खास तौर पर प्रार्थना के लिए पहुंंचते हैं। यहां पर्याप्त सुविधाएं न होने से तीर्थ यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। बौद्ध स्तूप पर वाॅशरूम, वाटर कूलर, विश्राम हाल नहीं है। इसके अलावा स्तूप को 4 रास्ते आते हैं। बूडिया, बीकेडी रोड सुखमणी पैलेस मोड़, यूकेडी के गढ़ी बंजार मोड़ से रोड व जगाधरी-पांवटा नेशनल हाईवे के गंगा नगर कालोनी के मोड़ से रास्ता स्तूप को आता है। काफी समय से ये चारों रास्ते खराब हैं। गढ़ी बंजार रोड की टाइलें उखड़ी पड़ी हैं। सबसे ज्यादा खस्ताहाल बूड़िया से आने वाला रास्ता है।
सामाजिक संगठन के आशीष मित्तल, प्रदीप अग्रवाल, सचिन शर्मा, राजेश सचदेवा, प्रधान बलजीत शर्मा आदि का कहना है कि सभी रास्ते ठीक होने चाहिए। धार्मिक व ऐतिहासिक तीर्थ स्थलों पर पर्याप्त सुविधाएं मिलें इसके लिए सरकार व जनप्रतिनिधियों को भी ध्यान देना चाहिए। भाजपा के पदाधिकारी अशोक चनेटी का कहना है कि वह इन मुद्दों को मेयर व विधायक के संज्ञान में लाएंगे।

Advertisement

अधिकारियों से करेंगे बात : पार्षद देवेंद्र सिंह

इस क्षेत्र से नगर निगम के पार्षद देवेेंद्र सिंह का कहना है कि उनकी जानकारी के अनुसार ये सड़कें लोक निर्माण विभाग व मार्केटिंग बोर्ड के तहत आती हैं। उन्होंने कहा कि इनकी मरम्मत व स्तूप पर जरूरी सुविधाओं को लेकर वह संबंधित विभागों के अधिकारियों से बात करेंगे। पार्षद का कहना है कि स्तूप पर वाॅटर कूलर जैसी सुविधा के लिए सामाजिक संगठनों को भी सहयोग के लिए आगे आना चाहिए।

Advertisement
Advertisement
Advertisement