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एआई साथ लाई रोजगार  की तमाम संभावनाएं

10:01 AM Apr 11, 2024 IST
एआई साथ लाई रोजगार  की तमाम संभावनाएं
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अशोक जोशी
अब कम्यूटर की छोटी बहन एआई अर्थात आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने दस्तक दी है। दरअसल, कम्प्यूटर से जुड़े जॉब्स में एक ठहराव सा आ गया था। इस ठहराव को एआई ने न केवल गति प्रदान की है, बल्कि रोजगार का एक नया आकाश युवाओं के सामने खोल दिया है। इस साल कॉलेजों में रोजगार देने के लिए आने वाली कम्पनियों के मुताबिक, वे अपनी कम्पनियों के लिए 40 प्रतिशत कम्प्यूटर ग्रेजुएट्स को रोजगार देंगी जबकि एआई और इससे जुड़ी योग्यताओं वाले 60 प्रतिशत युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे साफ है कि कम्प्यूटर के साथ-साथ अब एआई में कैरियर की संभावना भी काफी बढ़ गई है।

क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस?

एआई अर्थात इंटेलिजेंस एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता है। इंसान यानी कम्प्यूटर साइंटिस्टों ने मशीनों में अपनी बुद्धिमानी को डालकर ऐसी मशीन का निर्माण किया है जो इंसानों की तरह ही सोचती है और व्यवहार करती है। वह इंसानों की तरह सोचकर किसी खास वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने के अनुरूप कार्य करती हैं। एआई के कारण मशीनें जटिल कार्यों को भी आसानी से कर सकती हैं। इसमें सीखना, तर्क का प्रयोग करना तथा अनुमान लगाकर काम करना शामिल है। हमारे घरों में जो एलेक्सा और सिरी है वह एआई का बेहतरीन उदाहरण है। जो टेस्ला नामक कार बिना किसी ड्राइवर के स्वचालित है, वह कारनामा भी एआई का है।

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एआई में स्कोप किनके लिए?

जिन युवाओं को साफ्टवेयर एनालिसिस और कोडिंग में रुचि है, जिन्हें ऑटोमेशन का कान्सेप्ट आकर्षित करता है, उनके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कैरियर निर्माण करने का अभूतपूर्व अवसर सामने आया है। इस क्षेत्र में काम करने वाले कम्प्यूटर इंजीनियर ही होते हैं, जिन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंजीनियर कहा जाता है। ये इंजीनियर एआई डेवलपमेंट और प्रोडक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर बनाकर उसे नियंत्रित करते हैं। जब किसी नए उत्पाद की प्लानिंग की जा रही हो , तब यह एआई प्रोडक्ट मैनेजर और बिजनेस पार्टनर्स को एआई के सामर्थ्य और सीमाओं के बारे में समझाते हैं। यह एआई मॉडल्स बनाते हैं और इसके परिणामों के बारे में संबंधित लोगों को जानकारी देते हैं। यह एआई मॉडल्स को प्रोडक्शन में लगाकर उनसे उत्पादन का काम लेते हैं। एआई इंजीनियर्स एआई टेक्नोलॉजी उपयोग के दौरान आने वाली समस्याओं और चुनौतियों को समझकर उसका समाधान खोजने का काम करते हैं।

ऐसे बनें एआई इंजीनियर

भारत में एआई इंजीनियर बनने का रास्ता तीन राहों से होकर गुजरता है। पहला रास्ता - जिन छात्रों ने बारहवीं में गणित के साथ विज्ञान विषय लेकर इंजीनियर बनने का सपना देखा है,वह पहले कम्प्यूटर साइंस में बी.टेक. करें और इसके बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एम.टेक. करें। इसका दूसरा रास्ता है, बारहवीं तक साइंस-मैथ्स के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में बी.टेक. करे और फिर एआई में एम.टेक. का चयन करें। तीसरा रास्ता यह है कि कम्प्यूटर साइंस में बी.टेक. करने के बाद एआई में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स का चयन करें।

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जरूरी कौशल

चूंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आधार कम्प्यूटर साइंस ही है, इसलिए एआई के लिए भी इससे जुड़ी लैंग्वेज और प्रोग्र्राम के साथ-साथ कौशल का होना जरूरी है। इनमें पायथॉन, अपाचे हाडूप, जावा, डाटा एनालिसिस, हाडूप, बिग डाटा एनालिसिस, मशीन लर्निंग, स्टेटिस्टिकल एनालिसिस जैसी योग्यता का होना शामिल है।

संभावनाओं का संसार

जब भी कोई नया विषय प्रस्तुत किया जाता है तो उसमें चुनौतियों के साथ संभावनाओं का एक मुक्त आकाश भी सामने होता है। हालांकि एआई कैरियर निर्माण का नवीनतम क्षेत्र है, इसलिए इसमें जोखिम भी कम नहीं है। एआई का चयन कर युवा कम्प्यूटर इंजीनियर तो बन ही जाता है। इसके साथ-साथ वह आगे चलकर साइंटिस्ट बन सकता है। डाटा इंटेलिजेंस एक्सपर्ट, प्रोजेक्ट लीडर, सीनियर इंजीनियर और मशीन लर्निंग इंजीनियर बनकर अपना कैरियर संवार सकता है।

मांग भी ज्यादा और सैलेरी भी ज्यादा

आने वाले समय में एआई इंजीनियर्स की डिमांड तेजी से बढ़ेगी। इस समय देश में एआई इंजीनियर्स की मांग बढ़ने के साथ साथ उन्हें अच्छी सैलेरी भी ऑफर की जा रही है। यदि पिछले ट्रेंड्स को देखा जाए तो फ्रेशर्स एआई इंजीनियर्स को कम से कम छह लाख रुपए प्रति वर्ष की सैलरी देकर हायर किया जा रहा है। जैसे-जैसे इस क्षेत्र का एक्सपीरियंस बढ़ता जाता है,सैलरी भी बढ़ती है। आज एक सीनियर इंजीनियर 50 लाख से 80 लाख की वार्षिक सैलरी पा रहा है। विदेशों में तो यह और भी कई गुना बढ़ जाती है।

महत्वपूर्ण संस्थान

हमारे यहां एआई इंजीनियर्स बनाने वाले संस्थानों में आईआईटी हैदराबाद, इन्द्रप्रस्थ इंस्टीटयूट ऑफ इंफॉर्मेशन टैक्नोलॉजी, आईआईटी न्यू रायपुर, जीएच रायसोनी कॉलेज, शारदा यूनिवर्सिटी, जैन यूनिवर्सिटी, सेज यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी और अमृता विश्व विद्यापीठम शामिल हैं। जो लोग पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहते हैं उनके लिए आईआईटी खड़गपुर, आईआईएससी बेंगलुरू, एनआईटीके कर्नाटक, आईआईआईटी-बी बेंगलुरू, पीएसजी कॉलेज आफ टैक्नोलॉजी कोयम्बटूर, इन्द्रप्रस्थ इंस्टीटयूट ऑफ इंफॉर्मेशन टैक्नोलॉजी नई दिल्ली, एनआईटी नई दिल्ली, आईआईटी हैदराबाद और पीईएसयू बेंगलुरु बेहतरीन संस्थान हैं।

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