उम्र 107 साल, फिर भी वोट डालने का जज्बा जवां
अरविंद शर्मा/हप्र
जगाधरी, 5 अक्तूबर
कमजोर नजर और शतकपार उम्र की परवाह न करते हुए शनिवार को मोहन लाल सेठी आर्य कन्या स्कूल में बनाये गए पोलिंग बूथ पर वोट डलाने पैदल पहुंचे। 107 साल के बुजुर्ग सेठी का पोलिंग बूथ पर मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। मोहनलाल सेठी ने दिल में जवानों जैसा जज्बा भरकर विधानसभा चुनाव के लिए अपने वोट के अधिकार का प्रयोग किया।
जानकारी के अनुसार, इंदिरा कॉलोनी निवासी स्वतंत्रता सेनानी मोहनलाल सेठी ने तीसरी पीढ़ी के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लिया। उनके बेटे ओमप्रकाश के अनुसार देश के बंटवारे के समय वे साल 1947 में भारत पहुंचे थे। उनके पिता ने दिन-रात मेहनत की और आइसक्रीम व सब्जी बेचकर परिवार का पेट पाला। शहर के स्वर्ण मोहल्ला में आवंटित प्लांट पर कच्चा मकान बनाकर अपने परिवार के साथ वहां रहे। बर्तनों के लिए मिट्टी से बने पगे (सांचे ) बनाने का काम शुरू किया।
पहली बार 1951-52 में डाला था वोट
ओमप्रकाश के अनुसार मोहनलाल सेठी की बड़ी बेटी 83 वर्षीय मोतिया रानी है। ओमप्रकाश की उम्र 75 वर्ष से अधिक है। परिजनों के अनुसार बाबू जी ने 86 साल तक साइकिल चलाई। इन्होंने सबसे पहले 1951- 52 में पुराना एसडीएम ग्राउंड जगाधरी में मतदान किया। तब से लेकर आज तक देश में जितने भी चुनाव हुए उनमें अपनी भागीदारी पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाते आ रहे हैं। वहीं मोहन लाल सेठी कहते हैं कि आज का दिन सबसे बड़ा पर्व है। यह छुट्टी का नहीं अपितु राष्ट्र के प्रति अहम जिम्मेदारी का दिन है।