44 साल बाद दादा की सीट पर जीतीं पोती आरती राव
मनोज बुलाण/निस
मंडी अटेली, 9 अक्तूबर
अटेली विधानसभा हलके से भाजपा प्रत्याशी व केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव ने जीत दर्ज की है। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री राव बिरेंद्र की परंपरागत सीट अटेली से अपनी राजनीति की शुरुआत करने का मौका मिला। उन्होंने 44 साल बाद अपने दादा की सीट पर विजयी पताका फहराई। इस सीट से दिवंगत राव बिरेंद्र सिंह 1980 में विधायक बने थे। हालांकि, यहा से उनके चाचा राव अजीत सिंह तीन बार चुनाव हार चुके हैं। इसके अलावा उनके चचेरे भाई 2019 में राव अर्जुन सिंह कांग्रेस के टिकट पर मात्र 9238 वोट हासिल कर जमानत जब्त करवा चुके हैं।
आरती राव के जीतने से पूर्व मुख्यमंत्री राव बिरेंद्र सिंह की तीसरी पीढ़ी का पदार्पण हो गया है। राव इंद्रजीत सिंह लंबे समय से आरती राव को राजनीति में उतारना चाह रहे थे। 2019 के चुनावों में भी उन्होंने बेटी के टिकट के लिए प्रयास किया, लेकिन भाजपा से टिकट नहीं मिल पाया था। अबकी बार इंद्रजीत ने अटेली को अपनी बेटी के लिए चुना। चुनावों में भले ही आरती राव विजयी हुईं, लेकिन बसपा प्रत्याशी ठाकुर अतरलाल ने उन्हें कड़ी टक्कर दी। आरती राव ने 3085 वोटों से जीत दर्ज कर अपने दादा पूर्व सीएम राव बिरेंद्र की परपंरागत सीट पर कब्जा कर लिया है। 18 राउंडों की गिनती में आरती राव 14 राउंड तक पिछड़ती रहीं। बाद के चार राडंड में उन्होंने जीत दर्ज कर ली। ठाकुर अतरलाल पिछली बार यहां से बसपा के निशान पर दूसरे नंबर पर रहे थे। आरती राव को अटेली में प्रचार के दौरान काफी विरोध का सामन करना पड़ा। उन पर बाहर होने के आरोप भी लगे।