नायाब युग का आगाज, नॉन स्टॉप हरियाणा के विकास को मिलेगी गति : असीम
अम्बाला शहर, 17 अक्तूबर (हप्र)
बृहस्पतिवार को नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसके साथ ही हरियाणा में नायाब युग का आगाज हो गया। यह शपथ ग्रहण नॉन स्टॉप हरियाणा के विकास का शपथ ग्रहण था। हरियाणा प्रदेश की जनता ने कांग्रेस और हुड्डा पिता-पुत्र के झूठ को नकारते हुए भाजपा को पूर्ण बहुमत देकर नया इतिहास रचा है। अब हरियाणा प्रदेश के विकास को नई गति मिलेगी। यह कहना है हरियाणा के पूर्व राज्य मंत्री असीम गोयल का जो आज हरियाणा प्रदेश की नई कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। पूर्व राज्य मंत्री असीम गोयल ने कहा कि बतौर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का पहला कार्यकाल पूर्णतय: जनता को समर्पित रहा, नायब सैनी ने जो कहा वो किया। इसी कार्यशैली को जारी रखते हुए अगले 5 साल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी गरीब, किसान, युवा और मातृशक्ति सहित हर वर्ग के लिए दिन रात कार्य करेंगे। असीम गोयल ने कहा कि यह शपथ ग्रहण किसान की फसल का एक-एक दाना एमएसपी पर खरीदने का शपथ ग्रहण था। यह शपथ ग्रहण प्रदेश के युवाओं को उनका अधिकार दिलवाने का और बिना पर्ची-बिना खर्ची नौकरी देने का था। यह महिला शक्ति के उत्थान, बुजुर्गों के सम्मान का शपथ ग्रहण था। नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। अम्बाला शहर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटकर व ढोल की थाप पर नाचते हुए नायब सिंह के मुख्यमंत्री बनने का जश्न मनाया। इस दौरान भाजपा पार्षद सरदूल सिंह सहित कई भाजपा पदाधिकारी भी मौजूद रहे। नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने की खुशी में पूर्व राज्य मंत्री असीम गोयल के निवास पर खूब जश्न मनाया जाएगा।
सार्वजनिक संसाधनों के दुरुपयोग पर माकपा को आपत्ति
अम्बाला शहर (हप्र) : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के लिए सार्वजनिक संसाधनों के कथित दुरुपयोग करने के आरोप लगाए व इस पर कड़ी आपत्ति प्रकट की । पार्टी की ओर से राज्य सचिव कामरेड सुरेंद्र सिंह व जिला सचिव कामरेड सतीश सेठी ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह के लिए बेशर्मी की हद तक सरकारी मशीनरी और सार्वजनिक धन का दुरुपयोग किया गया। हरियाणा रोडवेज की 2 हजार से ज्यादा बसों को इस समारोह में जनता को ढोने के लिए लगाया गया। साथ ही जिला उपायुक्तों को इन बसों में सफर करने वालों के लिए खाने की व्यवस्था के आदेश भी दिए थे। यह सब सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग नहीं तो और क्या है? दोनों नेताओं ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में रोडवेज की बसों को उक्त काम पर लगाने से हर दिन यात्रा करने वाले नागरिकों को जो परेशानी उठानी पड़ी है, उसके प्रति भाजपा नेताओं की संवेदनशीलता मर चुकी है। पहले ही भाजपा शासन के दौरान रोडवेज बसों की संख्या सार्वजनिक जरूरतों के मुताबिक बेहद कम की जा चुकी हैं। माकपा नेताओं के अनुसार यदि भाजपा को सकारात्मक मतादेश मिला होता तो शपथ ग्रहण समारोह में लोग अपने आप खुशी से और अपने संसाधनों से भाग ले रहे होते। परंतु छल-कपट, तिकड़मबाजी और धनबल के सहारे जुटाई गई जीत के प्रति जनता में नाखुशी और मायूसी का माहौल है। इसे छुपाने के लिए ही इस तरह का भव्य आयोजन सार्वजनिक धन और मशीनरी के दुरुपयोग से किया गया है।