पुरानी पेंशन बहाली के लिए मुख्यमंत्री आवास के सामने पक्का मोर्चा शुरू
संगरूर, 1 अक्तूबर (निस)
पुरानी पेंशन बहाली मोर्चा के बैनर तले आज संगरूर में मुख्यमंत्री आवास के पास ‘पुरानी पेंशन बहाल करो’ के नारों के साथ दिन-रात का ‘तीन दिवसीय पेंशन पक्का मोर्चा’ शुरू किया गया। माेर्चे के पहले दिन शाम को शहर के बाजारों में आप सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मशाल मार्च निकाला गया।
मोर्चा के प्रदेश संयोजक अतिंदरपाल सिंह, जोन संयोजक गुरबिंदर सिंह खैरा, इंदर सुखदीप सिंह ओधरा, दलजीत सफीपुर ने बताया कि पिछले एक महीने से बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही हैं। संगरूर मोर्चे की लामबंदी के लिए सभी जिलों में संपर्क किया गया था जिसमें ‘एनपीएस से मुक्ति’ अभियान के साथ शुरू किए गए मोर्चे की तैयारी के दौरान मंत्रियों और विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए, विस्तृत बैठकें की गईं और कर्मचारियों को स्कूलों तथा कार्यालयों में पहुंचकर मोर्चे में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया। इसके अलावा एनपीएस कर्मचारियों को केंद्र द्वारा प्रायोजित यूपीएस पेंशन योजना की कमियों से अवगत करवाया गया।
इस तीन दिवसीय मोर्चे के पहले दिन कर्मचारी महासंघ के नेता खुशदीप सिंह लहरा, गुरछैबर सिंह, वेटरनरी इंस्पेक्टर एसोसिएशन के नेता गुरप्रीत सिंह और मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन के नेता लाल सिंह रल्ला ने कहा कि पुरानी पेंशन की अधिसूचना सिर्फ कागजी वाक्य थी क्योंकि अधिसूचना के बावजूद एक भी एनपीएस कर्मचारी पर पुरानी पेंशन लागू नहीं की गई है। शाम को पुरानी पेंशन लागू करने की मांग को लेकर संगरूर शहर में निकाले गए मशाल मार्च में कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। मार्च के दौरान केंद्र और राज्य सरकार की कॉरपोरेट समर्थक नीतियों और झूठे वादों को उजागर करते हुए नारेबाजी की गई।
इस मौके पर जिला संयोजक रमनदीप बरनाला, लखविंदर मानसा, मनदीप मुक्तसर, जसविंदर कपूरथला, मंजीत होशियारपुर, अमृतपाल हरिगढ़, डीएमएफ राज्य नेता हरदीप टोडरपुर, डीटीएफ नेता रघवीर सिंह भवानीगढ़, हरविंदर रखड़ा आदि शामिल हुए।