46 ऐसे उम्मीदवार, जो खुद के लिए नहीं डाल सके वोट
चंडीगढ़, 5 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों पर मतदान के लिए मतदाताओं ने उत्साह दिखाया। 1031 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया। प्रत्याशियों को जीतने के लिए मतदाताओं ने वोट किए, लेकिन 46 प्रत्याशी ऐसे थे, जो खुद को वोट नहीं कर पाए। इनमें कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी से लेकर इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय चौटाला सहित कई दिग्गज शामिल हैं।
चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों का निर्वाचन क्षेत्र बदले जाने से उन्हें खुद को वोट डालने से वंचित रहना पड़ा। सबसे ज्यादा भाजपा के 21 प्रत्याशी, कांग्रेस के 9, इनेलो-बसपा गठबंधन के 6, आम आदमी पार्टी के 4, जजपा-एएसपी गठबंधन के 3 और तीन निर्दलीय प्रत्याशी शामिल हैं, जोकि खुद को वोट नहीं कर पाए। भाजपा ने हैट्रिक लगाने की जुगत में कई प्रत्याशियों के हलकों में बदलाव किया। इनमें कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी भी शामिल हैं। सैनी नारायणगढ़ के गांव मिर्जापुर के रहने वाले हैं। वहीं पर उनकी वोट है। 2014 में यहीं से वे पहली बार विधायक बने। 2019 में उन्होंने कुरुक्षेत्र लोकसभा से सांसद का चुनाव लड़ा था और सांसद निर्वाचित हुए थे। मई-2024 में करनाल विधानसभा से उपचुनाव जीता। अब लाडवा से किस्मत अाजमा रहे हैं। उन्होंने अपना वोट नारायगणढ़ हलके के गांव मिर्जापुर में किया।
पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला उचाना विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका वोट डबवाली विधानसभा में हैं। यही स्थिति इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय चौटाला के साथ है। वे खुद ऐलनाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं और उनका वोट डबवाली में है। रानियां से अभय के बेटे अर्जुन चौटाला चुनावी रण में हैं। उनका वोट भी डबवाली में ही है।