‘शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज कायरतापूर्ण’
फरीदाबाद, 2 सितंबर (हप्र)
करनाल मेें किसानों पर हुए लाठीचार्ज, बढ़ती महंगाई व शहर में मूलभूत सुविधाओं की कमी के रोष स्वरूप बृहस्पतिवार को जिला कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर कांग्रेसियों ने सेक्टर-12 जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में बैनर व तख्तियां लिए हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने राज्यपाल के नाम एडीसी को ज्ञापन सौंपा। इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से पूर्वमंत्री एसी चौधरी, विधायक नीरज शर्मा, पूर्व विधायक ललित नागर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विजय प्रताप सिंह, कांग्रेसी नेता लखन कुमार सिंगला, योगेश गौड़, प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़, प्रदेश महासचिव बलजीत कौशिक, चेयरमैन राकेश भड़ाना, सुभाष कौशिक एडवोकेट, मनोज अग्रवाल, सतबीर डागर, राजन ओझा, प्रदेश काेऑर्डिनेटर गौरव ढींगड़ा, डा.एसएल शर्मा, योगेश कुमार ढींगड़ा, कांग्रेसी नेता नीरज गुप्ता, पूर्व अशोक रावल, संजय सोलंकी, बाबूलाल रवि, महिला कांग्रेसी नेत्री रेनू चौहान सहित अन्य मौजूद थे।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कांग्रेसियों ने संयुक्त रूप से करनाल के बसताड़ा टोल पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्वक ढंग से मांगों को लेकर टोल पर प्रदर्शन कर रहे थे, ऐसे में उन पर लाठीचार्ज करना बेहद निंदनीय और कायरतापूर्ण कदम है।
झज्जर, 2 सितंबर (हप्र)
करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज, कृषि कानून रद्द करने, महंगाई सहित अन्य मुद्दों पर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपने जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने बीच रास्ते रोक लिया।
पूर्व स्पीकर डा.रघुबीर सिंह कादयान व पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ता उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे लेकिन पुलिस प्रशासन ने लघु सचिवालय परिसर में ही बीच रास्ते बैरिकेड्स लगा दिए। ज्ञापन सौंपने व प्रदर्शन करने से पूर्व कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता लघु सचिवालय के मुख्य गेट से थोड़ी अंदर बने पार्क में एकत्रित हुए थे।
जैसे ही कांग्रेसी कार्यकर्ता डा. रघुबीर कादयान, गीता भुक्कल व विधायक डा.कुलदीप वत्स के साथ प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपने निकले तो पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते ही रोक लिया।
करीब 15 मिनट तक पुलिस व कांग्रेसियों ने पूरी तरह से नोंक-झोंक होती रही। इसी दौरान कांग्रेसियों ने जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेसियों ने वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को उपायुक्त को मौके पर बुलाने को कहा। थोड़ी ही देर में उपायुक्त मौके पर ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे। उपायुक्त ने बैरिकेड्स हटवाए। बाद में कांग्रेसी विधायकों ने अपना ज्ञापन राज्यपाल के नाम उपायुक्त को सौंपा।
सोनीपत, 2 सितंबर (निस)
करनाल में 28 अगस्त को किसानों पर लाठीचार्ज, परिवार पहचान पत्र विधेयक, भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन के खिलाफ बृहस्पतिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर लघु सचिवालय में सरकार के खिलाफ जोरदार रोष प्रदर्शन किया। बाद में कांग्रेसियों ने एसडीएम के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। पूर्व सांसद एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष धर्मपाल सिंह मलिक, गोहाना से विधायक जगबीर मलिक, खरखौदा से विधायक जयवीर बाल्मीकि, सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार, बरोदा से विधायक इंदूराज नरवाल, मेयर निखिल मदान की अगुवाई में कांग्रेसी कोर्ट रोड स्थित हनुमान मंदिर के सामने एकत्रित हुए। ज्ञापन में कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि करनाल में 28 अगस्त को पुलिस द्वारा किसानों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया जाना बेहद शर्मनाक व निदंनीय है। भाजपा-जजपा सरकार किसानों की आवाज को दबाने के लिए उन पर बार-बार बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज करवा रही है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि भूमि अधिग्रहण संसोधन विधेयक से किसानों की जमीन हड़पी जाएगी। किसान पहले ही कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। यह भूमि अधिग्रहण विधेयक लागू होने से किसान का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा।
कांग्रेसियों ने कहा कि सरकार की ओर से परिवार पहचान पत्र लागू करने से लोगों की निजता का हनन होगा। इससे लोगों का सारा डाटा निजी कंपनियों के हाथों में होगा और जो चोरी हो सकता है।
‘लाठीचार्ज से सरकार ने दिया किसान विरोधी होने का सबूत’
सोनीपत (निस) : पूर्व विधायक सुखबीर फरमाणा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सत्ता संभालने के बाद से ही किसान विरोधी मुहिम छेड़ी हुई। करनाल में किसानों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज करवा कर सरकार ने यह साबित कर दिया है कि वह पूरी तरह से किसान विरोधी है। हर कदम पर किसानों को टारगेट बनाया जा रहा है। जिससे किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है जो आने वाले समय में सरकार पर भारी पड़ेगा। फरमाणा ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में किसानों पर जमकर अत्याचार किया गया। रही-सही कसर अधिकारी पूरी कर रहे हैं जो किसानों के सिर फोड़ने के आदेश दे रहे हैं। किसानों पर अत्याचार करने वाली सरकार का पतन तय है। पूर्व विधायक ने कहा कि प्रदेश ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार भी हर मोर्चे पर फेल है। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। एक माह में रसोई गैस सिलेंडर के रेट दो बार बढ़ चुके हैं। आलम यह है कि 2014 के बाद अब तक सिलेंडर भरवाने के दाम दोगुने से भी ज्यादा हो चुके हैं। पेट्रोल-डीजल के दामों ने पहले ही आम आदमी की जेब पर डाका डाल रखा है।
रोहतक, 2 सितंबर (निस)
कांग्रेस ने करनाल में किसानों पर पुलिस लाठीचार्ज व भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक के खिलाफ बृहस्पतिवार को शहर में प्रदर्शन किया और एसडीएम को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का रवैया तानाशाहीपूर्ण है और सरकार जनविरोधी निर्णय ले रही है। विधायक भारत भूषण बतरा, शकुंतला खटक, पूर्व मंत्री सुभाष बतरा, कृष्णमूर्ति हुड्डा, आनंद सिंह दांगी के नेतृत्व में काफी तादाद प्रदर्शनकारी कांग्रेस भवन में एकत्रित हुए। विधायक भारत भूषण बतरा ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को बनाए रखने में कृषि क्षेत्र का अहम योगदान है, लेकिन सरकार इसे बर्बाद करने में लगी है। वहीं पूर्व गृहमंत्री सुभाष बतरा ने कहा कि करनाल में शांतिपूर्ण मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करना निंदनीय है। वहीं पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि सरकार ने भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक पास कर किसानों के जख्मों पर नमक छिड़का है। इस अवसर पर पूर्व राज्यसभा सांसद शादीलाल बतरा, संत कंवर, चक्रवर्ती शर्मा, दलीप सिंह हुड्डा, सतीश बंधु, संजय परमार, गौरव हुड्डा, गुलशन इशपुनियानी, कदम सिंह अहलावत, सुरेंद्र बत्तरा, रघुबीर सैनी, दवेंद्र भारत, अनीता भाटिया, मनमोहन आजाद, अमरनाथ अरोड़ा, अजीत जैन, नितेश बत्तरा भी उपस्थित रहे।
गुरुग्राम, 2 सितंबर (हप्र)
करनाल में किसानों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने की घटना के खिलाफ कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को यहां प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया सरकार बर्बरतापूवर्क कार्रवाई करके किसानों की आवाज दबाना चाहती है। इन्होंने बाद में राज्यपाल के नाम ज्ञापन डीसी को सौंपा। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने किया। उन्होंने आरोप लगाया कि करनाल में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सार्वजनिक वीडियो से यह साफ है कि मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से किसानों के सिरों पर लाठी बरसाकर कातिलाना हमला करवाया था। उन्होंने भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन को भाजपा-जजपा सरकार द्वारा किसानों की बर्बादी का फैसला बताया। कैप्टन अजय ने कहा कि आज किसानों को उनकी फसलों के सही दाम नहीं मिल पा रहे, इससे किसान कर्ज के तले दबे जा रहे हैं और लगातार आत्महत्या जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं।
व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष पंकज डावर ने परिवार पहचान पत्र विधेयक को नागरिकों की निजता का हनन बताते हुए इसका विरोध किया। इस दौरान राव कमलबीर, लाल सिंह यादव, प्रवीण यादव, प्रदीप जैलदार, नवीन शर्मा, संजय भारद्वाज, सतबीर पहलवान, सतबीर गुर्जर घाटा, ओमप्रकाश पांचाल, सुमन सहरावत, सुरेश यादव समेत काफी लोग मौजूद रहे।
पलवल, 2 सितंबर (हप्र)
बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, बिजली की किल्लत, करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज, वाहनों के चालान काटने के विरोध में तथा बढ़ते अपराधों के खिलाफ बृहस्पतिवार को कांग्रेसी सड़क पर उतर आये।
उन्होंने प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की और जिला सचिवालय में राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व हरियाणा के पूर्व मंत्री कर्ण सिंह दलाल कर रहे थे जबकि उनके साथ पूर्व विधायक उदयभान, कांग्रेस के प्रदेश महासचिव मोहम्मद बिलाल उटावड़, एसके शर्मा, उदय सिंह सौरोत, केशव मुंजाल, डॉ. यशपाल मावई सहित काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे। पूर्व मंत्री कर्ण सिंह दलाल ने जहां देश और प्रदेश की सरकार पर जमकर हमला बोला वहीं भ्रष्टाचार को लेकर जिला प्रशासन को भी आड़े हाथ लिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हर मोर्चा पर विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की हालत खस्ता है, कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है और भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में हरियाणा विकास व भाईचारे की दृष्टि से पिछड़ता जा रहा है। दलाल ने कहा कि कुछ दिनों पहले केजीपी-केएमपी पर शरारती तत्वों ने किसानों के साथ मारपीट की। जिसमें जिला पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
नारनौल, 2 सितंबर (हप्र)
करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में बृहस्पतिवार को स्थानीय लघु सचिवालय में जिला कांग्रेस द्वारा रोष प्रदर्शन किया गया व जिला उपायुक्त को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों पर हुुए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि किसान भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम से करीबन 15 किलोमीटर दूर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। बावजूद इसके पुलिसकर्मियों द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज करना सरकार के मंसूबों को जाहिर करता है। यह पहला मौका नहीं है, जब देश व प्रदेश का किसान लहूलुहान हुआ है, इससे पहले भी पिपली, कुंडली, पलवल, हिसार, रोहतक, पंचकूला व सिरसा समेत अन्य जगहों पर किसान लहूलुहान हुआ है।
उन्होंने कहा कि किसानों पर लाठीचार्ज करने की बजाय हरियाणा की गठबंधन सरकार को केंद्र सरकार से किसानों के पक्ष में बात करनी चाहिए। ताकि आंदोलन का सकारात्मक परिणाम निकल कर आ सके। मगर सरकार लोकतंत्र को लठतंत्र बनाने की कोशिश कर रही है।
जींद, 2 सितंबर (हप्र)
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम डीसी को ज्ञापन सौंपा और करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की। कार्यकर्ता लघु सचिवालय के बाहर गोहाना रोड पर एकत्रित हुए और प्रदर्शन करते हुए डीसी कार्यालय पहुंचे।
इस दौरान सफीदों के विधायक सुभाष देशवाल, पूर्व विधायक परमिंद्र सिंंह ढुल, वरिष्ठ नेता बलराम कटवाल, रोहित दलाल, प्रो. रमेश सैनी आदि ने कहा कि किसान आंदोलन को करीब 9 महीने से भी ज्यादा का समय बीत गया है।
किसान तीन कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं और केंद्र सरकार व राज्य सरकार किसानों की बात न सुनकर उन पर लाठीचार्ज करके उनकी हत्या करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेताओं ने भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि इससे सरकार किसानों की जमीन हड़पने का काम करेगी। इस मौके पर ऋषिपाल सिहाग, रणदीप सहारण, प्रमोद सहवाग, धर्मपाल प्रधान, कमल चौहान, विक्रम कुंडू आदि मौजूद रहे।