‘भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन से होगा नुकसान’
रोहतक, 27 अगस्त (निस/हप्र)
भाकियू अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल ने भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की ओर से भूमि अधिग्रहण कानून में किए संशोधन पर कहा कि सरकार ने यह संशोधन केवल कार्पोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए किया है, जबकि इस कानून में किए गए संशोधन से किसानों को लाभ की बजाय भारी नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने पीपीपी मोड वाले प्रोजेक्ट के लिए किसानों की सहमति व अन्य शर्तों को समाप्त कर दिया है। साथ ही सरकार के इन नए प्रावधानों से खेतों में बने भवनों को भी तोड़ने का प्रावधान है। नांदल शुक्रवार को गांव घड़ौठी, सुंदरपुर, बहु अकबरपुर, समर गोपालपुर, इंदरगढ़ व चांदी गांव में सभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 5 सितंबर को मुजफरनगर के जीआईसी ग्राउंड में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देश के तमाम राज्यों के किसान व मजदूर शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक हठधर्मिता छोड़कर कृषि कानूनों को रद्द नहीं करती है, तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर सुधीर काला, सूबेदार भरत सिंह, राजकुमार ओल्याणा, सूबेदार बलजीत सिंह, सुमित, नरेश कुमार व रणधीर सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे।