सरकार और शिक्षा विभाग के नए-नए फरमानों का अध्यापक संघ ने किया विरोध
फतेहाबाद, 8 जनवरी (हप्र)
हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग आए दिन नए-नए फरमान जारी कर रहे हैं। उच्च अधिकारी अपना कार्य पूरा नहीं कर रहे वहीं अध्यापकों को भटकने के लिए छोड़ दिया जाता है। अब विभाग द्वारा ट्रांसफर के नाम पर एमआईएस पूरा करने के आदेश दिए गए हैं, परंतु पदोन्नत हुए अध्यापकों के एमआईएल पोर्टल पर आर्डर ही नहीं हुए तो ऐसे में यह अध्यापक एमआईएस कैसे पूरा करेंगे। ऐसे फरमान जारी करने से पहले अधिकारियों को सभी तैयारियां पूरी करनी चाहिए। यह बात हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान राजपाल मित्ताथल व अन्य अध्यापक नेताओं ने कही। उनके साथ जिला सचिव देसराज माचरा, राज्य उप महा सचिव कृष्ण नैन, राज्य आडिटर सुरजीत दुसाद भी मौजूद रहे। अध्यापक नेताओं ने कहा कि अध्यापकों को भर्ती करते हुए योग्यता 12वीं, जेबीटी बीएड और एचटेट की होती है, जिनकी 8,16 व 24 साल बाद एसीपी लगती है। लेकिन अब 12वीं व बीए में 50 प्रतिशत की कंडीशन लगाकर एसीपी के लाभ रोक दिए हैं। इसके कारण वर्ष 2000, 2004, 2008, 2011 व 2017 वाले अध्यापक भी एसीपी व पद्दोन्ति के लिए प्रभावित हो रहे हैं। जिनअध्यापकों की 50 प्रतिशत की कंडीशन पूरी है वह भी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। जबकि इसमें अध्यापक का कोई दोष नहीं है। एसीपी की सारी प्रक्रिया अधिकारियों को करनी होती है। अधिकारी करने को तैयार नहीं, तभी सारा कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। आए दिन नए-नए फरमान जारी कर दिए जाते हैं।