रोजाना 300 टन गीला कचरा होगा प्रॉसेस
मनीमाजरा (चंडीगढ़ ), 29 फरवरी (हप्र)
वेस्ट मैनेजमेंट और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने डड्डूमाजरा में अत्याधुनिक कंपोस्ट प्लांट और नए सिरे से तैयार किए गए अमृत सरोवर का उद्घाटन किया। प्रशासक ने मेयर कुलदीप कुमार, सलाहकार राजीव वर्मा, स्थानीय निकाय व गृह सचिव नितिन कुमार यादव, निगम आयुक्त अनिंदिता मित्रा के अलावा अन्य पार्षदों व निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में कंपोस्ट प्लांट और अमृत सरोवर का उद्घाटन किया। कंपोस्ट प्लांट का निर्माण लगभग 7 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस प्लांट के शुरू होने से गीले कचरे से खाद तैयार होने लगेगी। पुरोहित ने पांच महीने की अवधि के भीतर कंपोस्ट प्लांट की स्थापना के लिए नगर निगम की टीम की सराहना की। उन्होंने स्वच्छ और टिकाऊ पर्यावरण बनाए रखने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हुए पुराने कचरे को साफ करने में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कंपोस्ट प्लांट और अमृत सरोवर का उद्घाटन शहर की सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट और पर्यावरण संरक्षण की यात्रा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस प्लांट से प्रतिदिन 300 टन गीला कचरा प्रॉसेस होना शुरू हो जाएगा
मेयर कुलदीप कुमार ने कहा कि यह न केवल डड्डूमाजरा के निवासियों के लिए बल्कि सिटी ब्यूटीफुल के नागरिकों के लिए भी खुशी का क्षण है कि अब इस क्षेत्र में कचरा डंप नहीं किया जाएगा क्योंकि सभी कचरे को वैज्ञानिक तरीके से प्राेसेस किया जाएगा। उन्होंने आगामी परियोजनाओं की घोषणा की, जिसमें 10 किलोमीटर सड़कों की रीकार्पेटिंग और डड्डूमाजरा स्टेडियम का अपग्रेडेशन शामिल है।
कंपोस्ट खाद भी होगी तैयार
इस प्लांट से प्रतिदिन 300 टन गीला कचरा प्रॉसेस होना शुरू हो जाएगा और इससे कंपोस्ट खाद तैयार होने लगेगी। इसके अलावा डंपिंग ग्राउंड में भी कचरे का पहाड़ बनना भी बंद हो जाएगा। निकटवर्ती एरिया में लीचेट एवं गीले कचरे की बदबू से लोगों को होने वाली परेशानी भी दूर हो जाएगी। निगम की तरफ से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स को फॉलो करने के लिए डंपिंग ग्राउंड पर शेड में अस्थाई कंपोस्ट प्लांट लगाया गया है। शहर से प्रतिदिन 400 टन गीला वेस्ट निकलता है, जिसमें से एक सौ टन गारबेज प्रोसेसिंग यूनिट के साथ लगे कंपोस्ट प्लांट में चला जाता है। शेष 300 टन गीला कचरा डंपिंग ग्राउंड पर ही जा रहा है।