3 मनरेगा मेट सस्पेंड, 4 जेई के कार्यों में खामियां
कैथल, 8 जनवरी (हप्र)
जिले में 18 करोड़ रुपए के मनरेगा घोटाले में सांसद नवीन जिंदल द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद बीडीपीओ सीवन ने प्राथमिक जांच में गांव कक्कहेड़ी के तीन मनरेगा मेट्स को सस्पेंड कर दिया है। इस दौरान सिंचाई विभाग के 4 जूनियर इंजीनियरों के कामों में खामियां उजागर हुई है। जांच में सामने आया कि विदेश गए 2 मनरेगा मजदूर की हाजिरी रिकॉर्ड में लगाई गई थी और उनकी मजदूरी की राशि गबन कर ली गई थी। सीवन की बीडीपीओ नेहा शर्मा ने बताया कि गांव ककहेड़ी के तीन मनरेगा मेट्स रणधीर सिंह, अनुज व सतपाल को सस्पेंड कर दिया गया है। सिंचाई विभाग के सरस्वती हेरिटेज डिवीजन नंबर 3 के जेई के काम में खामियां पाई गई है। उनके विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए सिंचाई विभाग को पत्र लिखा गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जूनियर इंजीनियर्स को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।
विदेश गए 40 लोगों की हाजिरी लगाई
गांव ककराला अनायत में मनरेगा योजना के तहत विदेश में रह रहे 40 लोगों के फर्जी जॉब कार्ड बनाए गए हैं और उनकी हाजिरी लगाकर मजदूरी के लाखों रुपए हड़प लिए गए हैं। गांव के ही अमरीक सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि गांव के करीब 22 लोग हैं जो जर्मनी, इटली, फ्रांस, मलेशिया और पुर्तगाल जैसे देशों में रहते हैं। उनके नाम पर जॉब कार्ड जारी किए गए हैं। इन्हें मनरेगा मजदूर दिखाकर उनके खातों में रुपए भेजे गए। उनके खातों में भेजी गई लाखों रुपए की रकम में से इन मजदूरों के खाते द्वारा मामूली सी हजार 2 हजार रुपए की रकम ही दी जाती थी। बाकी रुपए मेट व अधिकारियों के बीच बांट लिए जाते थे। उनके गांव में वास्तव में काम करने वाले मजदूरों की संख्या लगभग 40 है। लेकिन 328 लोगों के नाम पर जॉब कार्ड बनाए गए हैं। यह घोटाला 2022 से चल रहा है। अमरीक सिंह ने बताया कि उन्होंने कई बार इसकी शिकायत सीएम विंडो और डीसी को भी की लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई।मंगलवार को जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक के दौरान गुहला के विधायक देवेंद्र हंस ने जिले के विभिन्न गांवों में मनरेगा कार्यों में हो रही अनियमितताओं का मुद्दा उठाया था। सांसद नवीन जिंदल ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए मनरेगा के तहत 10 महीनों में हुए 18 करोड़ रुपयों के कार्यों की गहन जांच के आदेश थे। सांसद नवीन जिंदल ने कहा था कि यह योजना ग्रामीणों को रोजगार देने के लिए बनाई गई है। लेकिन यदि इसमें अनियमितताएं हो रही हैं, तो इसे तुरंत रोका जाना चाहिए। उन्होंने जिला प्रशासन और संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि थे कि वे इन कार्यों की जांच करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
जांच के लिए बनाई कमेटी, होगी कार्रवाई
खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि ककराला इनायत गांव के 40 से ज्यादा लोगों के विदेश में जाने और उनकी हाजिरी मनरेगा में लगाने की शिकायत उन्हें मिली है। इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है। कमेटी इस पूरे मामले की जांच कर रही है। ककराला इनायत गांव के सरपंच व सचिव से भी इस मामले में रिपोर्ट मांगी गई है।