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20 लाख बोरी उठान के इंतजार में, 3 लाख क्विंटल बिक्री को तरस रहा

08:50 AM Nov 04, 2024 IST
अम्बाला शहर मंडी में रविवार को उठान की इंतजार मे बोरियों मे भरी धान।-हप्र
जितेंद्र अग्रवाल/हमारे प्रतिनिधि
अम्बाला, 3 नवंबर
मौसम साफ रहने और सरकारी खरीद सुचारु रूप से चलने के बावजूद अम्बाला जिले में धान की आवक में भारी गिरावट दर्ज की गई है। अम्बाला शहर मंडी में लगभग ढाई लाख बोरी और जिले में लगभग 20 लाख बोरी धान अभी उठान का इंतजार कर रही हैं, जबकि करीब 3 लाख क्विंटल धान की बिक्री भी लंबित है। यह स्थिति आने वाले समय में धान की आवक में और कमी का संकेत देती है।
इस सीजन की शुरुआत में लगभग 10 दिनों तक मिलरों की हड़ताल ने किसानों और अधिकारियों के लिए समस्याएं खड़ी की थीं, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य होती गई। हालांकि अब आवक में गिरावट को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सीजन समापन की ओर है। मोटे धान की सरकारी खरीद भी 15 नवंबर तक ही चलेगी, जबकि बासमती जैसी उच्च गुणवत्ता वाली किस्में इसके बाद भी मंडियों में आती रहेंगी।
धान की मंडियों की स्थिति : अभी तक अम्बाला शहर मंडी में कुल 12,48,160 क्विंटल धान की आवक हो चुकी है, जो पिछले वर्ष के 11,34,150 क्विंटल के मुकाबले अधिक है। इस सीजन में खरीद एजेंसियों द्वारा 12,21,780 क्विंटल धान खरीदा गया, जिसमें से 11,15,860 क्विंटल धान का उठान हो चुका है, जबकि शेष धान अभी उठान की प्रतीक्षा में है। जिले की अन्य मंडियों में भी इसी प्रकार की स्थिति देखी जा रही है।

किसानों को हुई परेशानी

क्षेत्र के किसान एवं भारतीय किसान मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह जलबेड़ा के अनुसार अब नाम मात्र की धान ही खेतों में शेष रह गई है जो अगले एक दो दिन में मंडी में आ जाएगी। औसत पैदावार भी ठीक ही हुई है। उन्होंने बताया कि इस सीजन में जहां भुगतान और खाद आदि की स्थिति नियंत्रण में रही वहीं मंडियों में नमी, घटिया किस्म और बीमारी के नाम पर किसानों को भारी भरकम कट लगाए गए जिन्हें सरकार या प्रशासन रोकने में विफल रहा है।

कम हुई धान की आवक

अम्बाला के कृषि उपनिदेशक डॉ. जसविंद्र सिंह सैनी ने कहा कि इस बार जिले में 87 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बिजाई हुई थी, जिसमें से अधिकतर धान मंडियों में पहुंच चुका है। वहीं, मंडी सुपरवाइजर जयपाल शर्मा के अनुसार, अम्बाला शहर मंडी में अब धान की आवक काफी कम हो चुकी है। ठेकेदार को जल्द से जल्द कबाड़ा साफ करने को कहा गया है। गत वर्ष की तुलना में आवक की स्थिति अच्छी है। बाकायदा गेट पास काट कर ही किसानों की ट्रालियों को मंडी में प्रवेश दिया जा रहा है।
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