13 लाख बोरी लिफ्टिंग की इंतजार में खुले आसमान के नीचे
समराला, 22 अक्तूबर (निस)
पंजाब भर में धान की फसल को लेकर राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा कोई ठोस प्रबंध न किए जाने के कारण आज किसान, आढ़ती, मजदूर और शैलर मालिक बड़ी परेशानी में नजर आ रहे हैं। भले ही राज्य सरकार द्वारा 1 अक्तूबर से धान की सरकारी खरीद शुरू कर दी गई थी । लेकिन धान की फसल के लिए सरकार की ओर से ठोस प्रबंध न होने के कारण एक सप्ताह भी सही तरीके से काम नहीं चल पाया। माछीवाड़ा साहिब की अनाज मंडी में अब भी 13 लाख बोरी लिफ्टिंग न होने के कारण खुले आसमान के नीचे पड़े हुई हैं। इसके साथ ही करीब 7 लाख बोरी का माल अनतुला पड़ा है। मंडी के चारों ओर धान के ढेर लगते जा रहे हैं और कोई भी जगह खाली नहीं दिखती।
उधर, जो किसान फसल लेकर मंडी आते हैं, कई बार उन्हें मंडी में जगह न होने और लिफ्टिंग तथा बारदाने की समस्या के कारण अपनी भरी ट्रॉली वापस गांव ले जानी पड़ती है। कुछ किसानों ने बताया कि हमारी फसल अभी भी खेतों में खड़ी है क्योंकि अगर काटते हैं तो इसे लेकर कहां जाएंगे। कुल मिलाकर यहां किसान और उसकी फसल की अनदेखी होती नजर आ रही है।
स्थानीय दाना मंडी में लिफ्टिंग और बारदाने की समस्या को लेकर आढ़तियों और किसानों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी खरीद एजेंसियां और शैलर मालिक दोनों आढ़तियों को 50-50% बारदाना देते हैं, जबकि सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा आढ़तियों को अब तक 40% बारदाना मुहैया कराया गया है। लेकिन शैलर मालिकों द्वारा बारदाना अभी तक बहुत कम मात्रा में ही दिया गया है, जिनमें से कुछ शैलर मालिक अपना माल लगाने के साथ-साथ अपने पसंदीदा लोगों को ही खुश कर रहे हैं। सरकार को लिफ्टिंग और बारदाने की समस्या का तुरंत समाधान निकालना चाहिए ताकि किसानों को अपनी फसल को लेकर मंडियों में परेशान न होना पड़े।