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विद्यार्थियों को 107 मेडल और 1,547 डिग्रियां की प्रदान

08:27 AM Oct 07, 2024 IST
विद्यार्थियों को 107 मेडल और 1 547 डिग्रियां की प्रदान
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विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 6 अक्तूबर
चंडीगढ़ स्थित पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च ने 38वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। इस गरिमामयी कार्यक्रम में 107 मेधावी छात्रों को उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए मेडल प्रदान किए गए, जबकि 1,547 छात्रों को विभिन्न मेडिकल कोर्सों की डिग्रियां दी गईं। इस बार के समारोह की विशेषता यह रही कि पहली बार छात्रों ने भारतीय पारंपरिक परिधानों में हिस्सा लिया, जिसमें सभी विद्यार्थी अलग-अलग रंग के उत्तरियम (स्टोल) धारण किए हुए थे, जो उनके कोर्स के अनुसार निर्धारित थे।
मुख्य अतिथि प्रो. विनोद के. पॉल का समर्पण का आह्वान : समारोह में नीति आयोग के सदस्य और मुख्य अतिथि प्रो. विनोद के. पॉल ने छात्रों को देश सेवा के प्रति समर्पित होने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, ‘आप सभी आज एक नई यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप अपनी शिक्षा और प्रशिक्षण का उपयोग सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के हित में करें। आइए, हम सब मिलकर 2047 के विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए प्रयास करें। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी चिकित्सा सेवाएं सिर्फ बीमारी के इलाज तक सीमित न रहें, बल्कि लोगों के जीवन स्तर को सुधारने और स्वस्थ समाज बनाने की दिशा में भी योगदान दें।’ उन्होंने कहा कि भारतीय स्वास्थ्य सेवा को और मजबूत करने के लिए युवा चिकित्सकों की यह नई पीढ़ी एक मजबूत स्तंभ की तरह कार्य करेगी।
पूर्व निदेशक प्रो. जगत राम का संदेश : पूर्व निदेशक प्रो. जगत राम ने कहा, कि छात्रों के हाथों में वह शक्ति है, जिससे वे अपने समुदाय और समाज में परिवर्तन ला सकते हैं। उनका ज्ञान एक औजार है, जिसका उपयोग आप समाज में सुधार लाने के लिए कर सकते हैं। अब जब आपने यहां से शिक्षा प्राप्त कर ली है, तो आपकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। आप न केवल अपने व्यक्तिगत विकास के लिए, बल्कि समाज के लिए भी कार्य करेंगे।’

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निदेशक प्रो. विवेक लाल का प्रेरणादायक संबोधन

पीजीआईएमईआर के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “यह दिन आपके जीवन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का प्रतीक है, लेकिन यह भी याद रखें कि यह एक नई जिम्मेदारी की शुरुआत है। अब आप सिर्फ एक छात्र नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार चिकित्सक के रूप में समाज की सेवा करने के लिए तैयार हैं। आज से आपका ज्ञान और प्रशिक्षण सिर्फ आपका व्यक्तिगत हथियार नहीं है, बल्कि यह समाज के उत्थान और मानवता की सेवा के लिए है। हमें उम्मीद है कि आप अपने-अपने क्षेत्रों में सामाजिक सुधार और स्वास्थ्य सेवा में योगदान देंगे।’

यह भी रहे मौजूद

प्रो. एस.के. तलवार, पूर्व निदेशक प्रो. पंकज राय (डिप्टी डायरेक्टर, पीजीआई), प्रो. विपिन कौशल (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक), प्रो. आर.के. राठो (डीन, अकादमिक्स) प्रो. आशुतोष एन. अग्रवाल (इंचार्ज, अकादमिक सेक्शन), इन सभी ने अपने-अपने संबोधनों में छात्रों को भविष्य की जिम्मेदारियों का एहसास कराया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार, दीक्षांत समारोह में पारंपरिक भारतीय परिधानों को अपनाया गया, जो इस बार की एक बड़ी विशेषता रही। समारोह के अंत में सभी अतिथियों ने छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। प्रो. विवेक लाल ने छात्रों को संस्थान की ओर से भविष्य में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और कहा, “आप सभी जहां भी जाएं, पीजीआईएमईआर के नाम को ऊंचा रखें और हमेशा समाज की सेवा के लिए तत्पर रहें।”

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