100 वाहन जब्त, बगैर नंबर प्लेट के 50 वाहनों के चालान
जींद, 7 नवंबर (हप्र)
जींद जिले में 10 साल पुराने कमर्शियल डीजल वाहनों पर आरटीए सचिव कार्यालय ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ऐसे लगभग 100 वाहनों को आरटीए सचिव स्टाफ ने इंपाउंड किया है। साथ ही उन कमर्शियल वाहनों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है, जो बिना नंबर प्लेट के सड़कों पर चल रहे हैं। ऐसे 50 वाहनों के चालान विभाग ने किए हैं। एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट एनसीआर में 10 साल पुराने डीजल वाहनों के चलने पर रोक लगा चुका है। यह रोक इसलिए लगाई गई है, ताकि 10 साल पुराने डीजल वाहनों से एनसीआर में प्रदूषण नहीं फैले। सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी का मानना है कि 10 साल पुराने डीजल वाहन और वह भी खासकर कमर्शियल वाहन, बहुत ज्यादा प्रदूषण फैलाते हैं। अक्तूबर और नवंबर में एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो जाती है। इसे देखते हुए जींद के आरटीए सचिव कार्यालय ने जींद जिले में 10 साल पुराने डीजल वाहनों की धर-पकड़ शुरू कर दी है। इस कार्यालय को सड़कों पर जो भी 10 साल पुराने कमर्शियल डीजल वाहन चलते मिलते हैं, उन्हें सीधे इंपाउंड किया जा रहा है।
ऐसे वाहन मालिकों को आरटीए सचिव कार्यालय ने पहले ही यह चेतावनी दी थी कि वह अपने 10 साल पुराने डीजल से चलने वाले कमर्शियल वाहनों को सड़क पर नहीं चलाएं।
चेतावनी के बाद ऐसे जो भी कमर्शियल वाहन सड़कों पर अब आरटीए स्टाफ को चलते हुए मिल रहे हैं, उन्हें सीधे इंपाउंड किया जा रहा है। अब तक जींद में आरटीए सचिव कार्यालय की टीम ऐसे लगभग 100 कमर्शियल वाहनों को इंपाउंड कर चुकी है, जो 10 साल की अपनी मियाद पूरी कर चुके हैं। जींद जिले में 10 साल पुराने डीजल से चलने वाले कमर्शियल वाहनों की संख्या अभी हजारों में है। ऐसे सभी वाहनों को आरटीए सचिव स्टाफ सड़क पर नजर आते ही इंपाउंड करेगा।
सफाई ठेकेदार की मनमानी के विरोध में टैंपो और ट्रैक्टर चालकों ने की हड़ताल
नारनौल (हप्र): शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले टैंपो और ट्रैक्टर चालकों ने सफाई ठेकेदार की मनमानी के विरोध में हड़ताल कर दी। हड़ताल के बाद सभी चालक चालकों ने नगर परिषद परिसर में अपने-अपने टैंपो व ट्रैक्टरों को खड़ा कर दिया। जिसके बाद वे अपने घर चले गए। कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर में आज कूड़े का उठान नहीं हो पाया। इससे लोगों को काफी परेशानी हुई। शहर में घरों और बाजार से कूड़ा कचरा उठाने के लिए नगर परिषद ने ठेका छोड़ा हुआ है। ठेकेदार द्वारा इसके लिए टैंपो व ट्रैक्टर लगा रखे हैं। जिसके तहत रोजाना 20 टैंपो तथा 10 ट्रैक्टर शहर के अंदर से कूड़े कचरे का उठान करते हैं। जिससे शहर के अंदर साफ सफाई व्यवस्था सही रहती है, लेकिन आज सफाई ठेकेदार की मनमानी के विरोध में कूड़ा उठाने वाले चालकों ने हड़ताल कर दी।
एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रही कार्रवाई
आरटीए सचिव कार्यालय के ट्रैफिक इंस्पेक्टर आनंद बेनीवाल और पुलिस के सब- इंस्पेक्टर अवतार सिंह की टीम अब तक ऐसे 50 से ज्यादा कमर्शियल वाहनों के चालान कर चुकी है, जो बिना नंबर प्लेट सड़क पर चलते हुए मिले। जींद के आरटीए सचिव गिरीश चावला के अनुसार एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत जींद जिले में 10 साल पुराने डीजल से चलने वाले कमर्शियल वाहनों को पकड़कर इंपाउंड करने का विशेष अभियान चलाया जा रहा है।