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कांग्रेस के 10 बागियों को 6 वर्षों के लिए किया निष्कासित

07:02 AM Oct 01, 2024 IST

चंडीगढ़, 30 सितंबर (ट्रिन्यू)
कांग्रेस की अनुशासन समिति ने 10 बागी नेताओं को अगले छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। ये सभी वे नेता हैं, जो टिकट नहीं मिलने के बाद बागी हो गए और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। अनुशासन समिति की सिफारिशों पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मुहर के बाद कमेटी के सदस्य सचिव तारीक अनवर ने सभी 10 नेताओं को छह वर्षों के लिए पार्टी से बाहर करने के आदेश जारी किए हैं।
इस संदर्भ में उन्होंने पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान को पत्र लिखा है। पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा का नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर है। कांग्रेस ने अंबाला कैंट से परमिंदर पाल सिंह को टिकट दिया है। इससे नाराज होकर चित्रा बागी हो गईं और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में आ गईं। हालांकि निर्मल सिंह को कांग्रेस ने अंबाला सिटी से टिकट दिया है। वहीं कलायत से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक सतविंद्र सिंह राणा को भी कांग्रेस ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
सतविंद्र राणा पहले राजौंद (अब खत्म हो चुका हलका) से विधायक रहे हैं। 2019 के चुनावों में वे जननायक जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने फिर कांग्रेस में वापसी कर ली थी। बरोदा हलके से टिकट मांग रहे कपूर सिंह नरवाल भी बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं। वे कांग्रेस प्रत्याशी व मौजूदा विधायक इंदूराज नरवाल ‘भालू’ को टिकट मिलने के बाद नाराज हुए। कपूर सिंह नरवाल को भी छह वर्षों के लिए निष्कासित किया है।
उचाना कलां से टिकट मांग रहे विरेंद्र सिंह घोघड़िया को भी पार्टी से बाहर कर दिया है। वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने उचाना कलां में पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया है। बृजेंद्र सिंह हिसार से संासद रहे हैं। बाढ़डा हलके से पूर्व विधायक सोमबीर सिंह श्योराण को टिकट मिलने के बाद पार्टी के नेता सोमबीर सिंह घसौला भी आजाद प्रत्याशी के रूप में मैदान में आ डटे। अब कांग्रेस की अनुशासन समिति ने घसौला को भी छह वर्षों के लिए निकाल दिया है।
कोसली हलके से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे मनोज कोसलिया पर भी कांग्रेस के फैसले की गाज गिरी है। मनोज कांग्रेस टिकट मांग रहे थे। लेकिन पार्टी ने यहां से पूर्व मंत्री जगदीश यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। पूर्व मुख्य ससंदीय सचिव शारदा राठौर की टिकट काटकर कांग्रेस ने बल्लभगढ़ से पराग शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में शारदा ने बगावत कर दी और वे निर्दलीय चुनाव मैदान में आ गईं। उन्हें भी पार्टी ने छह वर्षों के लिए निष्कासित किया है।
फरीदाबाद जिला की तिगांव सीट से विधायक रह चुके और पार्टी के वरिष्ठ नेता ललित नागर की भी इस बार टिकट कट गई। ऐसे में ललित नागर भी आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान में आ गए। अनुशासन समिति ने ललित नागर को भी छह वर्षों के लिए पार्टी से निकाल दिया है। 2019 में कांग्रेस टिकट पर पुंडरी हलके से चुनाव लड़ चुके सतबीर भाना की बजाय इस बार कांग्रेस ने पूर्व सीपीएस सुल्तान सिंह जंडौला को टिकट दिया। इससे नाराज भाना निर्दलीय प्रत्याशी बन गए। उन्हें भी छह वर्षों के लिए निष्कासित किया है।

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