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साल 2019 में इनेलो विधायकों में मच चुकी जजपा जैसी भगदड़

07:54 AM Sep 03, 2024 IST

दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 2 सितंबर
हरियाणा के क्षेत्रीय दलों को विधानसभा चुनावों के दौरान बड़े झटके मिलने की बड़ी परंपरा बन गई है। 2019 के विधानसभा चुनावों से पहले प्रमुख विपक्षी दल – इनेलो में जहां बड़ी टूट हुई वहीं पार्टी के कई विधायक भाजपा ज्वाइन कर गए थे। अब इनेलो से ही अलग होकर अस्तित्व में आई जननायक जनता पार्टी (जजपा) में भगदड़ मची है। बड़ी संख्या में पार्टी के पदाधिकारियों के अलावा दस में से 7 विधायक जजपा को अलविदा बोल चुके हैं।
सोमवार को जजपा के सातवें विधायक और पूर्व विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली भी भाजपा में शामिल हो गए। अब जजपा में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला, बाढ़डा विधायक नैना सिंह चौटाला व जुलाना विधायक अमरजीत सिंह ढांडा ही मौजूदा विधानसभा के सदस्यों के रूप में बचे हैं। जजपा नेतृत्व के सबसे नजदीकियों में रहे और पार्टी कोटे से भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में सवा चार वर्षों से अधिक समय तक राज्य मंत्री रहे अनूप धानक भी पार्टी को गुडबॉय कर चुके हैं। अनूप धानक ने रविवार को जींद में हुई सीएम नायब सिंह सैनी की रैली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। उनके साथ नारनौंद विधायक रामकुमार गौतम और बरवाला विधायक जोगी राम सिहाग भी रविवार को ही भाजपा में आ चुके हैं। नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा पिछले दो वर्षों से भी अधिक समय से भाजपा के संपर्क में बने हुए हैं। वे लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा का मंच भी शेयर कर चुके हैं। लेकिन उनकी भाजपा में एंट्री फिलहाल रुक गई है।
रामनिवास सुरजाखेड़ा जजपा के 10 विधायकों में से पहले ऐसे विधायक थे, जिन्होंने सबसे पहले भाजपा के साथ राजनीतिक प्रेम की पींग बढ़ानी शुरू की थी। पिछले दिनों जींद में उनके खिलाफ एक महिला ने दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया। इस केस की वजह से उनके भाजपा में शामिल होने के कम ही आसार लगते हैं। सूत्रों का कहना है कि भाजपा नेतृत्व की ओर से रामनिवास सुरजाखेड़ा की एंट्री की रोक लग चुकी है। शाहाबाद से जजपा विधायक रामकरण काला पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। काला ने पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान की अगुवाई में कांग्रेस की सदस्यता हासिल की है। गुहला से जजपा विधायक ईश्वर सिंह भी कांग्रेस के संपर्क में बने हुए हैं। उनकी गिनती पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी सैलजा के नजदीकियों में होती है। सैलजा के साथ ईश्वर सिंह की मुलाकात भी हो चुकी है।

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अब गठबंधन में लड़ेंगे दुष्यंत

पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने विधानसभा चुनावों के लिए यूपी सांसद व चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के साथ गठबंधन किया हुआ है। गठबंधन समझौते के तहत प्रदेश में विधानसभा की नब्बे सीट में से 70 पर जजपा और 20 से एएसपी अपने उम्मीदवार उतारेगी। दोनों पार्टियों के नेताओं की संयुक्त रैलियां भी प्रदेश में होंगी। एएसपी को अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व सीटों में से कई सीटें बंटवारे के तहत दी जा सकती हैं।

शायरी से साधा निशान

जजपा विधायकों व पार्टी के कई नेताओं के छोड़कर भाजपा में शामिल होने पर पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भाजपा पर शायराना अंदाज में कटाक्ष किया है। सोशल मीडिया पर की पोस्ट में दुष्यंत ने लिखा – अब तक जो कहते थे वो 400 पार, नेता लेने पड़ रहे हैं जेजेपी से उधार। दिल्ली में बैठे कर रहे हैं इंतजार, हो नहीं रहे इनके पूरे 90 उम्मीदवार। विधानसभा ढूंढ रहे हैं इनके सरदार, ना करनाल में जी, लाडवा में भी हार। बस आने को 5 अक्तूबर इस बार, उसके बाद ये हमेशा के लिए बाहर।

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