सरकारी स्कूलों को मिले 68 नर्सरी टीचर
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 10 जनवरी (हप्र)
शहर के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए शुक्रवार को पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने 68 नवनियुक्त नर्सरी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे। शिक्षा विभाग के तत्वावधान में आयोजित इस समारोह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप शहर की शिक्षा प्रणाली के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। नर्सरी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी करने से विशेष शिक्षकों, टीजीटी, पीजीटी और जेबीटी सहित विभिन्न संवर्गों में नियुक्तियों की एक श्रृंखला की शुरूआत होती है। इन पदों के लिए नियुक्तियां आने वाले दिनों और हफ़्तों में अंतिम रूप ले लेंगी, जिससे चंडीगढ़ में शिक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी।
कार्यक्रम में प्रशासक कटारिया ने नियुक्त लोगों की उनके समर्पण की सराहना की और उनसे देश के भविष्य के निर्माता के रूप में अपनी भूमिका को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा-नर्सरी शिक्षकों के रूप में, आपको युवा दिमागों को आकार देने की जिम्मिेदारी सौंपी गई है। आपकी भूमिका केवल शिक्षाविदों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि नैतिक और सामाजिक मूल्यों को स्थापित करने तक फैली हुई है। शिक्षक एक प्रगतिशील समाज की आधारशिला हैं।
कटारिया ने कहा कि चंडीगढ़ में वर्तमान में 97 स्कूल हैं जो लगभग 14,000 बच्चों को प्री-प्राइमरी कक्षाएं प्रदान करते हैं। नई नियुक्तियों के साथ, नर्सरी शिक्षकों की संख्या बढ़कर 178 हो गई है, जिससे शिक्षक-छात्र अनुपात में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और यह 250 शिक्षकों की स्वीकृत क्षमता के करीब पहुंच गया है।
प्रशासक ने शिक्षकों के लिए उनकी एकता, अनुशासन और समाज को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका के प्रतीक के रूप में वर्दी शुरू करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने उन्हें निजी संस्थानों से बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम के दौरान चंडीगढ़ के मुख्य सचिव राजीव वर्मा, शिक्षा सचिव प्रेरणा पुरी, प्रशासक के विशेष सचिव अभिजीत विजय चौधरी, आबकारी एवं कराधान आयोग हरि कल्लिक्कट, समाज कल्याण सचिव अनुराधा एस चगती, स्कूल शिक्षा निदेशक हरसुहिंदर पाल सिंह बराड़ और चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।