राइस मिलरों ने किया रोष प्रदर्शन, गोदाम को सील करने की मांग
कलायत, 28 दिसंबर (निस)
राइस मिलरों ने एफसीआई गोदाम संचालक पर गाड़ी उतारने के एवज में पैसे मांगने और परेशान करने का आरोप लगाते हुए गोदाम के बाहर रोष प्रदर्शन किया। कलायत के रामगढ़ रोड पर स्थित एफसीआई गोदाम में सुविधाओं का भी अभाव बताते हुए राइस मिलरों ने सरकार व प्रशासन से गोदाम को तुरंत प्रभाव से सील करने की मांग की।
सूचना पर पहुंचे एफसीआई अधिकारियों ने आक्रोशित मिलरों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे लगातार करीब दो घंटे तक प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान गोदाम के बाहर सड़क पर गाड़ियों की 2 से 3 किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही। गोदाम के बाहर एकत्रित राइस मिलर सागर सोरेवाला, रोहन मित्तल, जगदीश अग्रवाल आदि ने बताया कि उन्हें सरकार को तय समय सीमा में चावल देना होता है। मिलरों द्वारा चावल गाड़ियों में भरकर गोदाम में भेजी जा रही है, लेकिन गोदाम में न तो समय पर गाड़ी उतर रही है और बरसात में भीगने से बचाने के लिए भी गोदाम में कोई व्यवस्था है। इस कारण गाड़ियों में भरा उनका करोड़ों रुपये का चावल खराब हो रहा है।
गाड़ी उतारने के एवज में मांगे जाते हैं 6000 रुपये
राइस मिलर रोहन मित्तल व सागर सोरेवाला ने गोदाम संचालक पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए बताया कि गोदाम संचालक द्वारा उनकी गाड़ी उतारने के एवज में प्रति गाड़ी के हिसाब से 6000 रुपये की मांग की जा रही है और जो गोदाम के अंदर वजन तोलने के लिए कांटा लगाया है, उसमें भी गोदाम संचालक द्वारा हेरफेर की जा रही है।
गोदाम में खड़ी एक गाड़ी में भीगा हुआ था चावल
प्रदर्शन के दौरान मिलरों द्वारा भेजी गई एक गाड़ी गोदाम में खड़ी थी, उसमें भरे चावल के कट्टे पूरी तरह से भीगे हुए थे। कुछ मजदूर भीगे चावल को तिरपाल पर निकाल कर दूसरे कट्टों में भर रहे थे। मौजूद मजदूरों का कहना था कि इस चावल के कुछ दिन में खराब होने की पूरी संभावना है।
एफसीआई अधिकारी बोले
गत दिवस अधिकारियों ने जांच के दौरान चावल से भरी एक गाड़ी रिजेक्ट किया था जबकि मिलर उस चावल की गाड़ी को गोदाम में उतरवाना चाहते हैं। इसलिए मिलर अनाप-शनाप आरोप लगाकर गाड़ी उतारने का दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोप मनगढ़ंत व निराधार है। एफसीआई अधिकारी विवेक वर्मा व राजन अग्निहोत्री ने बताया कि पूरे मामले की गहनता से जांच कर नियम अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।