सोनीपत, 5 दिसंबर (हप्र)रबी सीजन में फसलों की बिजाई का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसके साथ ही कृषि विभाग ने मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल को पंजीकरण के लिए खोल दिया है। इसके लिए आधार कॉर्ड अनिवार्य रहेगा। यही नहीं, किसानों को जागरूक करने के लिए टीमों का गठन किया गया है। बता दें कि कृषि विभाग से जुड़ी सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर फसल पंजीकरण करवाना अनिवार्य होता है। फसल पंजीकरण के आधार पर ही किसान की फसलें मंडी में न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर खरीदी जाती हैं। रबी सीजन में गेहूं, सरसों आदि फसल प्रमुख रूप से किसानों द्वारा उगाई जाती है। सोनीपत जिले में करीब 4.30 लाख एकड़ भूमि में कृषि गतिविधि दर्ज होती है। कृषि विभाग ने 100 प्रतिशत फसल पंजीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया है। वहीं, जो किसान खुद की जमीन की बजाय किसी दूसरे की जमीन को पट्टे या ठेके पर लेकर खेती करते हैं, ऐसे किसानों को जमीन के मालिक का आधार कॉर्ड अनिवार्य किया है। रबी सीजन के दौरान सबसे अधिक पंजीकरण किसान गेहूं की फसल का करवाते हैं। जिले में लगभग 1.45 लाख हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई की गई है।फसल अवशेष प्रबंधन योजना के तहत पंजीकरण की समय सीमा बढ़ाई : कृषि विभाग ने फसल अवशेष प्रबंधन योजना के तहत पंजीकरण करवाने की समय सीमा को 8 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। अब तक किसानों ने 73 हजार एकड़ भूमि के लिए पंजीकरण करवाया है। इस योजना के तहत किसान को प्रति एकड़ एक हजार रुपये की अनुदान राशि सरकार की तरफ से दी जाती है। इस योजना का लाभ उसी किसानों को प्राप्त होता है, जिन किसानों ने पराली का प्रबंधन खेत के अंदर या खेत से बाहर किया है।सोनीपत के कृषि उपनिदेशक डॉ. पवन शर्मा ने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल खोल दिया गया है। किसानों को जागरूक करने के लिए टीमों का गठन भी किया गया है। जागरूकता कैंप भी शीघ्र ही आयोजित किए जाएंगे। किसानों से अपील है कि जल्द से जल्द अपनी फसलों का पंजीकरण करवाए।