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मनरेगा में भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप, श्रमिक यूनियनों ने किया प्रदर्शन, प्रधानमंत्री के नाम दिया ज्ञापन

05:44 AM Jan 01, 2025 IST
मनरेगा में भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप  श्रमिक यूनियनों ने किया प्रदर्शन  प्रधानमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
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जींद (जुलाना), 31 दिसंबर (हप्र)
मनरेगा श्रमिक यूनियन जींद व खेत मजदूर यूनियन ने मंगलवार को संयुक्त रूप से मनरेगा मजदूरों की मांगों एवं समस्याओं को लेकर जुलाना कस्बे में जोरदार प्रदर्शन किया और अपनी स्थानीय मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के नाम बीडीपीओ को ज्ञापन सौंपा। इससे पहले ये मजदूर जुलाना के लेबर शेड में इकट्ठे हुए और यहां पर एक सभा का आयोजन किया जिसकी अध्यक्षता मनरेगा श्रमिक यूनियन के नेता सुरेश करसोला व खेत मजदूर यूनियन के नेता सूरजभान खरेंटी ने की।

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सभा को संबोधित करते हुए सीटू जिला सचिव कामरेड कपूर सिंह व जिला उपाध्यक्ष कामरेड रमेश चंद्र ने आरोप लगाया कि खंड जुलाना में मनरेगा में भारी भ्रष्टाचार फैला हुआ है। मनरेगा मजदूरों की दैनिक मजदूरी 374 रुपए है, लेकिन जुलाना में जानबूझकर मजदूरी कम दी जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायत अभियंता द्वारा पैमाइश कर मस्ट्रोल व एमबी भरने के बाद कटौती की जाती है। उन्होंने कहा कि जुलाना ब्लॉक के गांव अकालगढ़, लजवाना कलां, खरेंटी, देवरड, फतेहगढ़, पौली, किलाजफरगढ़ आदि गांव में कम मजदूरी दी गई है।

इसके अलावा कानून में गांव से पांच किलोमीटर दूर जाने पर 10 प्रतिशत किराया मिलता है, लेकिन जुलाना ब्लॉक के मजदूरों को यह किराया नहीं मिल रहा। काम मांगने के बावजूद मजदूरों को काम नहीं दिया जाता और न ही बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है। मजदूरों को स्वयं के औजारों से काम करना पड़ता है। पंचायत या ब्लॉक कार्यालय की ओर से न तो काम के औजार मिलते हैं, न फर्स्ट एड किट और न ही पानी के लिए कोई साधन आदि मिलते हैं।
प्रदर्शन के बाद मौके पर जुलाना के बीडीपीओ ने मजदूरों के प्रतिनिधियों से बातचीत की और तमाम समस्याओं के समाधान को लेकर बुधवार को एक बैठक का फैसला कर यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ मजदूरों की समस्याओं के समाधान करने आश्वासन दिया। दोनों यूनियनों ने निर्णय लिया कि अगर जुलाना ब्लॉक के मजदूरों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो 15 जनवरी से बीडीपीओ कार्यालय पर धरना शुरू किया जाएगा।
कामरेड रमेश चंद्र ने बताया कि ज्ञापन में केंद्र सरकार से मांग की गई है कि मनरेगा में 200 दिन काम व 700 रुपए दिहाड़ी दी जाए, काम के दौरान मृत्यु हो जाने पर मनरेगा मजदूर के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए, मनरेगा के बजट में बढ़ोतरी की जाए, किए गए काम की पूरी मजदूरी दी जाए, जिओ टैग हाजिरी पर रोक लगाई जाए। प्रदर्शन में दीनदयाल, गुलाब, दलबीर, कुलदीप, सुभाष पांचाल, सुल्तान जांगड़ा, पृथ्वी, राजेश, पवन, बिट्टू आदि मनरेगा मजदूरों ने भाग लिया।

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