भारत को ऑटोमोटिव क्षेत्र में वैश्विक नेता बनाएगा आईसीएटी: कुमार स्वामी
गुरुग्राम, 20 जनवरी (हप्र)
केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार को मानेसर स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) का दौरा किया। इस दौरान उन्हें उन्नत प्रयोगशालाओं, परीक्षण पथों और अत्याधुनिक तकनीकों का अवलोकन कराया गया। उन्होंने आईटी सेवाओं के लिए उत्कृष्टता केंद्र (एएआईटीएस) का शिलान्यास किया और आईसीएटी की उपलब्धियों को भारत की ऑटोमोटिव आकांक्षाओं का प्रतीक बताया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आईसीएटी न केवल एक अनुसंधान व परीक्षण केंद्र है, बल्कि यह भारत के ऑटोमोटिव क्षेत्र में नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने का आधार है। उन्होंने कहा कि आईसीएटी की उन्नत तकनीकी सुविधाएं और अनुसंधान ढांचा यह सुनिश्चित करते हैं कि भारत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी और नवाचार में वैश्विक नेता बने।
कुमारस्वामी ने फेम योजना, पीएम ई-ड्राइव और पीएलआई योजना जैसे सरकारी अभियानों में आईसीएटी के योगदान की सराहना की। उन्होंने बताया कि यह संस्थान इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद में 7% से अधिक का योगदान देता है और लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है। आने वाले वर्षों में मजबूत वृद्धि करेगा। आईसीएटी इस वृद्धि को टिकाऊ और प्रतिस्पर्धी बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
आईसीएटी: नवाचार और भविष्य की धुरी
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हम भारतीय और वैश्विक ग्राहकों के लिए सुरक्षित और उन्नत वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं।’ उन्होंने आईसीएटी टीम को स्थिरता, सुरक्षा और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए बधाई दी और उनके प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव डॉ. तेजस्वी एस नाइक, आईसीएटी निदेशक सौरभ दलेला समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।