भट्ठे की दीवार गिरने से चार बच्चों की मौत
सज्जन सैनी/निस
नारनौंद, 23 दिसंबर
नारनौंद के गांव बुडाना में सोये पड़े मासूमों को दबे पैर आयी मौत ने दबोच लिया। हुआ यूं कि ढांडा ब्रिक्स कंपनी नाम से ईंट भट्टे पर रविवार की रात को एक दीवार गिरने से उसके नीचे आठ बच्चे दब गए जिनमें से चार की मौत हो गयी जबकि तीन गंभीर घायल हैं। मरने वाले बच्चों में तीन एक ही परिवार के हैं। बताया जाता है कि मृतक बच्चों में गांव करयामई निवासी भगवानदास का बड़ा बेटा सूरज (9), विवेक (8) और नंदिनी (5) शामिल हैं जबकि बदायूं के गांव जलालपुर की तीन महीने की निशा शामिल है, वहीं हादसे में पांच साल की बच्ची गौरी, हिमांशी, राजेश की हालत गंभीर बनी हुई हैं। घायलों का नारनौंद और हांसी के सरकारी अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के काफी मजदूर परिवार करीब डेढ़ महीने पहले गांव बुडाना के इस ईंट भट्ठे पर काम करने आए थे। इन दिनों भट्ठे पर ईंटों की पथाई व चिमनी के पास खड़ंजे लगाने का काम चल रहा है। काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि रात को करीब 20 मजदूर भट्ठे पर काम कर रहे थे। वे अपने छोटे बच्चों को साथ ही ले आए और चिमनी के पास बनी अस्थायी दीवार के साथ सभी को सुला दिया।
रात को करीब 10 बजे दीवार गिरने की आवाज सुनायी दी। देखा तो दीवार का मलबा सोए पड़े बच्चों के ऊपर गिरा पड़ा था। तुरन्त ही सभी मजदूर राहत-बचाव के काम में लग गये। दीवार की ईंटें काफी गर्म थी, इसी वजह से जेसीबी की सहायता से मलबा हटाया गया और सभी गंभीर रूप से घायल बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल पहुंचते ही जिला बदायूं के गांव करयामई निवासी भगवान दास के बड़े बेटे सूरज, विवेक और नंदनी को मृत घोषित कर दिया गया। बदायूं के ही गांव जलालपुर निवासी मुरारी की तीन महीने की बेटी निशा को भी मृत घोषित कर दिया गया। मुरारी की दो बेटी गौरी व हिमांशी अभी गंभीर रूप से घायल हैं। एक घायल राजेश का हिसार के अस्पताल में इलाज चल रहा है।