बांग्लादेशियों का अवैध प्रवास करवाने वाले रैकेट का भंडाफोड़, 8 गिरफ्तार
नयी दिल्ली, 22 मार्च (एजेंसी)
दिल्ली पुलिस ने 8 बांग्लादेशी नागरिकों और उनके भारतीय साथियों को गिरफ्तार किया है, जो दक्षिण दिल्ली में उनके अवैध प्रवास में मदद कर रहे थे। वहीं 6 अन्य प्रवासियों को विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय के माध्यम से निर्वासित कर दिया गया, जबकि 4 अन्य की जांच की जा रही है। डीएसपी दक्षिण अंकिता चौहान ने कहा कि गिरफ्तार किए व्यक्तियों में मोहम्मद आलमगीर (34) शामिल है, जो 2007 में भारत आया था और कबाड़ी का काम करता था। उसने एक भारतीय महिला से शादी कर ली थी और उसके 2 बच्चे हैं। आलमगीर का छोटा भाई ज्वेल इस्लाम (27) 2021 में आया था और वह भी कबाड़ी के धंधे में है। एक अन्य आरोपी रिजाउल 2000 से भारत में रह रहा था और उसने पासपोर्ट भी ले लिया था। पुलिस ने कमरुज्जमां की भी पहचान कर ली जो 2014 में भारत में आया था और एक ऑनलाइन खाद्य वितरण मंच के प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहा था। नदीम शेख दिल्ली में सफाईकर्मी के रूप में कार्यरत था और लतीफ खान (37), 2015 से यहां रह रहा था। मिजानुर रहमान (43) 2022 में भारत आया था, जबकि रबीउल (25) भी उसी वर्ष आया था। पुलिस ने बताया कि गिरोह का मुख्य व्यक्ति मोहम्मद मोइनुद्दीन था, जो दिल्ली में एक कंप्यूटर की दुकान चलाता था। उसने फर्जी आधार, पैन और मतदाता पहचान पत्र बनाए, जिससे प्रवासियों को नौकरी और सरकारी सेवाएं मिल गईं। मोइनुद्दीन 3 आधार पंजीकरण एजेंट - जुल्फिकार अंसारी, जावेद और फरमान खान के साथ मिलकर काम करता था। रैकेट में दो लाइसेंसधारी विदेशी मुद्रा एजेंट मनवर हुसैन और निमाई करमाकर शामिल हैं, जो कथित तौर पर बांग्लादेश में अवैध धन के हस्तांतरण का प्रबंधन करते थे। पुलिस ने 23 मतदाता पहचान पत्र, 19 पैन कार्ड, 17 आधार कार्ड, 11 जन्म प्रमाण पत्र, 6 खाली मतदाता पहचान पत्र और 1 सीपीयू बरामद किया है।