बांगर से प्रदेशभर में गया प्रेम, सौहार्द, भाईचारे का संदेश
हरदीप श्योकंद/निस
उचाना, 2 जनवरी
उचाना के राजीव गांधी महाविद्यालय में आयोजित बांगर उत्सव-3 कार्यक्रम में हरियाणवीं रंग दिखा। गांव से महिलाएं, युवा हरियाणवीं वेशभूषा में कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व डीजीपी महेंद्र सिंह मलिक पहुंचे तो विजेताओं को पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह द्वारा पुरस्कृत किया गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, पूर्व विधायक प्रेमलता सिंह भी कार्यक्रम में पहुंचे। बांगर उत्सव-2025 पुस्तक का विमोचन भी किया गया। बांगर की धरती पर सामाजिक, शिक्षण संस्थाओं द्वारा किए जा रहे बांगर उत्सव कार्यक्रम से प्रदेश भर में प्रेम, सौहार्द, भाईचारे का संदेश गया। सफा खेड़ी से नशे के खिलाफ साइकिल रैली शुरू कर खरकभूरा, पालवां होते हुए राजीव गांधी महाविद्यालय पहुंची। आठ एकड़ के करीब खेल मैदान में खेलकूद प्रतियोगिताओं के साथ-साथ प्रदर्शनी स्टॉलों का आयोजन भी किया गया। हरियाणवीं संस्कृति को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रम भी आयोजित हुए। राजीव गांधी महाविद्यालय उचाना, बीरेंद्र सिंह कॉलेज ऑफ नर्सिंग उचाना, बांगर किसान चेरिटेबल ट्रस्ट उचाना, बांगर शिक्षा समिति उचाना, बांगर शिक्षा ट्रस्ट उचाना द्वारा मिलकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। करीब एक सप्ताह से निरंतर कार्यक्रम की सफलता को लेकर लगे आयोजकों की उम्मीद से अधिक लोग कार्यक्रम में पहुंचे। अलग-अलग 17 स्टॉल प्रदर्शनी के लिए लगाए गए। यहां पर अनेकों जानकारी आने वालों को बांगर के बारे में दी गई।
पूर्व डीपीजी महेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से आपस में भाईचारा बढ़ता है। एक-दूसरे से लोग मिलकर नए साल की शुरूआत करते है। इस कार्यक्रम से विशेषकर युवाओं को लाभ होगा क्योंकि उन्हें अपने क्षेत्र के साथ-साथ जिले की जानकारी जो प्रदर्शनी लगी है उनसे मिली है। इस तरह के आयोजन समय-समय पर होने चाहिए ताकि आपस में भाईचारा भी बढ़े लोगों को नई-नई जानकारी मिले जो आज के समय की जरूरत है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि इस तरह के आयोजन की जो शुरूआत हुई है वो निरंतर जारी रहेगा। नए साल से सौहार्द, भाईचारे का संदेश इस तरह के कार्यक्रम से जाता है। पूर्व विधायक प्रेमलता सिंह ने कहा कि खेल, प्रदर्शन, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। किसानों को बागवानी से क्या-क्या फायदे होंगे उसको लेकर भी जानकारी के लिए स्टॉल लगे। ग्रामीण अंचल से महिला, पुरूषों ने आयोजित प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। हर किसी ने मिलकर एक साथ नए साल की शुरूआत की। समाज सेवा, पर्यावरण, कृषि, उद्योग, वाणिज्य, कला, संस्कृति, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, साहित्य, समाज सेवा, कृत्रिम बुद्धिमता, नशाबंदी सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया।
मटका दौड़ सहित अन्य प्रतियोगिताएं हुई
विराट बुल झोटा बांगर उत्सव में आकर्षण का केंद्र रहा। विराट के बारे में जानने के लिए उत्साहित दिखाई दिए। खेलकूद प्रतियोगिता में मटका दौड़, नींबू चम्मच दौड़, म्यूजिकल चेयर रेस, बोरी रेस, थ्री लेग रेस, रस्सा-कस्सी सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं को लेकर लोगों में उत्साह नजर आया। कार्यक्रम में विजेताओं के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख लोगों को सम्मानित किया गया। क्षेत्र के स्कूलों के प्रिंसिपलों ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इनकी रही मौजूदगी
पूर्व कुलपति डॉ. एके चावला, डॉ. राधेश्याम शर्मा, पूर्व मंत्री रामभज लोधर, स्वीटी मलिक, सज्जन सिंह, हरेंद्र सिंह, राममेहर दनौदा, आईएस लाखलान, डॉ. बाबा वजराला, डॉ. राजेश श्योकंद, रविंद्र संधु कोथ, संजीव डूमरखा, रामफल खटकड़, डॉ. जुगमिंद्र कोच, सुरेंद्र गर्ग, कुमार अनिल, सुरेंद्र गर्ग, प्रो. अनिल सेढा माजरा, प्रदीप मोर, अनूप श्योकंद, रामकुमार घोघडिय़ा, सज्जन चौधरी, मा. सतविंद्र, मंजीत, नसीब पालवां, मंजीत काब्रच्छा मौजूद रहे।