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पेशेवर टिप्स जो लक्ष्य पाने में मददगार

04:05 AM Jan 09, 2025 IST
पेशेवर टिप्स जो लक्ष्य पाने में मददगार
कामयाबी की खुशी
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काबिलियत के वावजूद यदि किसी कर्मचारी को कंपनी या संगठन में आगे बढ़ने के अवसर नहीं मिल रहे हैं तो प्रबंधन का ध्यान काम में आपके योगदान पर दिलाने के लिए कई उपाय कारगर हैं। उनमें नयी स्किल्स सीखना, टीम से सहयोग का प्रदर्शन, वरिष्ठों से फीडबैक लेकर खुद में सुधार और किसी नये प्रोजेक्ट में रुचि दिखाना शामिल हैं।

कुमार गौरव अजीतेन्दु
आप बुद्धिमान हैं, आपके पास अच्छे विचार, अंतर्दृष्टि और अधिक कार्य करने की महत्वाकांक्षा है लेकिन आपको वे अवसर नहीं मिल रहे हैं जो आप चाहते हैं, और आपकी कंपनी का प्रबंधन आपकी मदद नहीं कर रहा है। आप अपने बॉस को परेशान या नजरअंदाज किए बिना वरिष्ठ नेतृत्व का ध्यान कैसे आकर्षित कर सकते हैं? कुछ बातें हैं जिन्हें अपनाना आप के लिए मददगार हो सकता है।
कंपनी से कमिटमेंट
यह दिखाने का एक तरीका है कि आप कितने गंभीर हैं, कार्यालय के बाहर समय बिताकर ऐसे कौशल सीखें जो आपको आगे बढ़ने और कंपनी में योगदान देने में मदद करेंगे। इसका मतलब यह हो सकता है कि आप ऐसे कोर्स करें जो आपके काम को सपोर्ट करते हों या उन क्षेत्रों में और अध्ययन करें जिनमें आप महारत हासिल करना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप रणनीति बनाने में बेहतर बनना चाहते हैं, तो अपने बॉस (और बॉस के बॉस) से पूछें कि क्या वे कोई किताब सुझा सकते हैं। विकास के प्रति प्रतिबद्धता दिखाने का एक और तरीका है अपने बॉस को यह बताना कि आप खास प्रोजेक्ट लेने में रुचि रखते हैं, जो कंपनी को उसके लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद करेंगे और आपको खुद को आगे बढ़ाने का मौका देंगे।
टीम की सफलता में भी बनें सहयोगी
वरिष्ठ नेतृत्व उनको नोटिस करता है जो सहयोगात्मक रूप से काम करते हैं और दूसरों का समर्थन करते हैं। वे पहचानते हैं कि सफलता का सबसे बड़ा अवसर एक टीम में अच्छी तरह से मिलकर काम करने में निहित है। विशेषज्ञ भी कहते हैं, ‘किसी ऐसे व्यक्ति को नोटिस करना आसान है जो दूसरों को सफल बनाने में मदद करने के लिए अपना समय और सलाह देता है, चाहे वे उनके सीधे रिपोर्टर हों या सहकर्मी। कोई ऐसा व्यक्ति जो अपने आसपास के लोगों को बेहतर बनाता है, अमूल्य है।’
आंकड़ों की जानकारी, काम की जिम्मेदारी
व्यवसाय का जो भी हिस्सा आपके पास है, छोटा या बड़ा, आपको उसे अंदर से जानना होगा, और सबसे महत्वपूर्ण प्रदर्शन मीट्रिक और व्यावसायिक विश्लेषण पर चर्चा करने के लिए तैयार रहना होगा। आप इस बात का अच्छा अंदाजा लगाना चाहते हैं कि बड़े संगठन में आप कहां खड़े हैं, खासकर ऐसे समय में जब सभी की निगाहें आप पर हों - जैसे कि प्रस्तुतियां, मीटिंग या प्रोजेक्ट रिपोर्ट। जब आप अपने योगदान के मूल्य को साबित करने में सक्षम होते हैं, तो इसे वरिष्ठ नेताओं यानी वरिष्ठों को यह दिखाने के अवसर के रूप में सोचें कि उन्हें आप पर ध्यान क्यों देना चाहिए। याद रखें कि अपनी असफलताओं की पूरी जिम्मेदारी लेना तथा कोई बहाना नहीं करने वाली मानसिकता अपनाएं।
आगे बढ़ कर लपकें अवसरों को
अपने कौशल और प्रतिभा को दिखाने के लिए अवसर मांगने से न डरें। हालांकि यहां एक सीमा है जिस पर चलना होता है। अगर आपको कोई ऐसा क्षेत्र दिखाई देता है कि आप कंपनी के लिए एक उपयोगी संसाधन हो सकते हैं और रणनीतिक पहलों का समर्थन कर सकते हैं, तो भाग लेने के लिए कहें। समझाएं कि कि आप एक मूल्यवान योगदान दे सकते हैं, साथ ही उन्हें इस अवसर से क्या लाभ होगा। आम तौर पर आपका बॉस और बॉस का बॉस आपको ऐसी जगह पर रखना चाहता है जहां आप सबसे ज़्यादा काम कर सकें तो कभी-कभी स्वयं पहचानना होता है कि आपकी जगह कहां है! और उसके लिए पूछना होता है।
मैनेजर से फीडबैक भी मददगार
अपने मैनेजर से पूछें कि क्या उन्हें मदद की ज़रूरत है? आपके सीनियर पर काफी कार्यभार रहता है और वे भी इसमें कुशल मातहतों की सहायता चाहते हैं। वहीं नियमित फीडबैक मांगें क्योंकि आपका प्रबंधक आपकी कार्य नीति को सबसे अच्छी तरह से जानता है, इसलिए फीडबैक मांगने से आपको अपने ज्ञान और कौशल को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है, जो उन्हें प्रभावित कर सकता है। अपनी ताकत और कमजोरियों पर चर्चा करने के लिए आमने-सामने की बैठकें निर्धारित करें। अपने बॉस के आयोजनों में भी शामिल होने का प्रयास करें, जैसे कि टीम-बिल्डिंग इवेंट। यह आपको बेहतर संबंध बनाने में मदद कर सकता है। लेकिन यह सब सहयोगी बन कर करें, साइकोफेंस बनकर नहीं। साथ ही अपनी पूरी पर्सनैलिटी का ख्याल रखें, जैसे कि सही यूनिफॉर्म होना, बात करने, सुनने की शैली, गंभीरता, मजाक भी करें तो शिष्ट शैली में। याद रहे कि अपने ऑफिस में काम के पीछे भागनेवालों की कद्र होती है। इन बातों को अपनायें और फिर देखें मैनेजमेंट का आपके लिए दृष्टिकोण खुद ही सकारात्मक कैसे होता है।

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