For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

पाठकों के पत्र

04:00 AM Jul 15, 2025 IST
पाठकों के पत्र
Hand Holding Pen
Advertisement

घातक मनोवृत्ति
बारह जुलाई के दैनिक ट्रिब्यून के संपादकीय ‘आत्मीय अहसास का कत्ल’ में रिश्तों और आत्मीयता के खत्म होने का वर्णन किया गया है। हाल ही में हरियाणा के नारनौंद में दो छात्रों ने केवल अपने सख्त और अनुशासनप्रिय प्रिंसिपल को मार डाला, वहीं गुरुग्राम में एक पिता ने अपनी बेटी को गोलियों से इसलिए भून डाला क्योंकि वह उसकी बातों से सहमत नहीं थी। ये घटनाएं न केवल दिल दहला देती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि समाज में धैर्य और संयम की कमी हो गई है।
शामलाल कौशल, रोहतक

Advertisement

चीनी दबदबा
बारह जुलाई के दैनिक ट्रिब्यून में पुष्परंजन ने नेपाल में चीन के ईवी बाजार में बढ़ते दबदबे पर चर्चा की। नेपाल में भारतीय कंपनियों के वाहनों की उपस्थिति के बावजूद चीनी ईवी वाहनों की मांग बढ़ रही है। सस्ते, कम खर्चीले और प्रदूषण रहित बैटरी चालित वाहनों के कारण इनकी लोकप्रियता बढ़ी है। भारतीय कंपनियों को चीन से आयात की बजाय नेपाल में ही निर्माण बढ़ाना चाहिए, ताकि चीन का प्रभुत्व रोका जा सके।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल

सुविधा या विशेषाधिकार?
दिल्ली में जहां लोग बुनियादी सेवाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहां नेताओं को महंगे स्मार्टफोन्स और असीमित मोबाइल बिल देना सवाल खड़ा करता है। जबकि तकनीक प्रशासन को सशक्त बना सकती है, क्या इतना खर्च उचित है? सरकार को इस फैसले की सच्चाई और जरूरत जनता के सामने स्पष्ट करनी चाहिए, ताकि विकास सत्ताधारियों के लाभ का नहीं, आम आदमी के भले का प्रतीक बने।
आरके जैन, बड़वानी, म.प्र.

Advertisement

दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम
गुरुग्राम की अंतर्राष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उसके पिता ने पड़ोसियों के तानों से आहत होकर हत्या कर दी। राधिका चोट के बाद टेनिस एकेडमी चला रही थी और घर की जिम्मेदारी निभा रही थी। लोग पिता को ‘बेटी की कमाई खाने वाला’ कहकर ताने देते रहे। समाज की ऐसी सोच ने एक होनहार बेटी की जान ले ली। हमें इससे सबक लेना चाहिए।
हेमा हरि उपाध्याय, खाचरोद, म.प्र.

Advertisement
Advertisement