पाठकों के पत्र
पाक की सियासी हलचल
पाकिस्तान की सियासत में उबाल आ गया है, जहां सेना प्रमुख आसिम मुनीर की राष्ट्रपति जरदारी को हटाने की कथित साजिश चर्चा का विषय बनी है। पाकिस्तान में सैन्य तख्तापलट कोई नई बात नहीं है और मुनीर की बढ़ती महत्वाकांक्षा भारत के लिए खतरे की घंटी है। इमरान खान की गिरफ्तारी और शरीफ परिवार की स्थिति यह दर्शाते हैं कि पाकिस्तानी सेना सत्ता की असली मालिक है। भारत को कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर सतर्क रहना होगा, क्योंकि पाकिस्तानी राजनीति में अनिश्चितता और अस्थिरता से क्षेत्रीय सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
आरके जैन, बड़वानी, म.प्र.
हिमालय की रक्षा जरूरी
नौ जुलाई के दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित ‘हिमालयी परिवेश की रक्षा’ संपादकीय में हिमालयी राज्यों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की गई है, जिसे व्यापक समर्थन मिलना चाहिए। वनों की अवैध कटाई, अनियोजित विकास और पहाड़ों के अतिक्रमण से उनका विनाश हो रहा है। हमें इस संकट से निपटने के लिए सामूहिक संकल्प और दृढ़ इच्छा शक्ति की आवश्यकता है। प्राकृतिक आपदाएं हमारे विलासिता के परिणामस्वरूप हो रही हैं।
ईश्वर चंद गर्ग, कैथल
प्रकाश का मार्ग
दस जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी, जो गुरुओं का सम्मान और आभार व्यक्त करने का दिन है। यह दिन विशेष रूप से गुरु वेदव्यास के जन्मदिन और गौतम बुद्ध के पहले उपदेश के दिन से जुड़ा है। गुरु के बिना कोई भी ज्ञान संभव नहीं है, और वे हमें अंधकार से प्रकाश की ओर मार्गदर्शन करते हैं। गुरु के आशीर्वाद से जीवन में सफलता और संतुलन आता है, और उनका मार्गदर्शन हमें आत्मज्ञान और सच्चे उद्देश्य की ओर ले जाता है।
राजेश कुमार चौहान, जालंधर