पाठकों के पत्र
04:00 AM Jan 15, 2025 IST
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सावधानी से उपयोग
बदलते दौर में नई टेक्नोलॉजी के साथ, कम्प्यूटर और इंटरनेट की अहमियत भी बढ़ गई है। मोबाइल के नए-नए स्वरूपों ने न केवल ग्राहकों को आकर्षित किया है बल्कि बच्चे भी इससे अछूते नहीं हैं। कोविड-19 के बाद आॅनलाइन पढ़ाई का रुझान भी बढ़ गया है जिससे बच्चों में मोबाइल के प्रति रुचि बढ़ गई है। अधिक मोबाइल देखने की लत से न केवल वे पढ़ाई से दूर जा रहे हैं बल्कि उनकी आंखों पर भी ग़लत असर पड़ रहा है। स्कूलों को भी चाहिए कि वे बच्चों को मोबाइल के प्रयोग के लिए प्रोत्साहित न करें। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी बनती है कि वे बच्चों को इससे होने वाले नुकसानों से अवगत कराएं।
अभिलाषा गुप्ता, मोहाली
शर्मनाक कृत्य
शिक्षित प्रदेश केरल में एक नाबालिग दलित एथलीट के साथ हुई हैवानियत ने पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया है। यह घटना तब उजागर होती है जब इस लड़की की काउंसलिंग की जाती है। केरल सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल ने अब तक 27 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय महिला आयोग और केंद्रीय महिला आयोग ने तत्परता से काम करते हुए सरकार से रिपोर्ट तलब की है। यदि इस घटना की गंभीरता से जांच की जाती है, तो अन्य महिला एथलीटों के साथ भी यौन शोषण की घटनाएं सामने आ सकती हैं। नि:संदेह, सामाजिक जागरूकता से ही इस तरह की घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली
कोहरे का कहर
ग्यारह जनवरी के दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर में घने कोहरे के कारण पंजाब में हुई दुर्घटनाओं और मौतों का उल्लेख किया गया है। लेख में बताया गया है कि घने कोहरे की वजह से हर साल सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी होती है। इस समस्या से बचने के लिए वाहन चालकों को सावधान रहते हुए धीरे-धीरे गाड़ी चलाना, डिपर का उपयोग करना, ट्रैफिक नियमों का पालन और वाइपर का इस्तेमाल करना चाहिए।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल
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