पाठकों की राय
समाज जिम्मेदारी निभाए
हम पर्यटन को बढ़ावा देने की बातें कर रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर, यौन हिंसा और विदेशी पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, और हम इन्हें नियंत्रित करने में नाकाम हैं। हमारा रवैया उनकी सुरक्षा के मामले में गैर-जिम्मेदाराना है। जहां तक यौन हिंसा पर अंकुश लगाने की बात है, तो दोषियों को कड़ी सजा और पीड़ितों को शीघ्र न्याय प्रदान करने के लिए फास्टट्रैक अदालतें स्थापित की जानी चाहिए। विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा केवल सरकार का ही नहीं, बल्कि समाज के हर सदस्य का निजी दायित्व होना चाहिए। हमें सभी स्तरों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता है, ताकि हमारे देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ यहां आने वाले पर्यटकों को भी सुरक्षित महसूस हो।
ऋतु गुप्ता, फरीदाबाद
गौरैया बचाएं
हर साल 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस नन्ही चिड़िया के संरक्षण और उसके घटते अस्तित्व के प्रति जागरूकता फैलाना है। शहरीकरण, विकिरण, कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग और पर्यावरणीय परिवर्तन इसके अस्तित्व के लिए खतरा बन गए हैं। गौरेया पारिस्थितिक संतुलन का अहम हिस्सा है। इसके संरक्षण के लिए हमें अपने आसपास दाने-पानी की व्यवस्था, पुराने पेड़ बचाना और कृत्रिम घोसले उपलब्ध कराना चाहिए।
अंकित सोनी, धार, म.प्र.
गलतियों को भुगतना
पाकिस्तान आजकल अपने द्वारा बोए आतंकवाद के बीजों का फल भुगत रहा है। हाल ही में ट्रेन हाइजैक और बलूचिस्तान में सेना पर हमला हुआ, जिसमें काफी जवान मारे गए। ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ वाली कहावत पाकिस्तान के लिए सटीक है। भारत ने हमेशा दोस्ती की कोशिश की, लेकिन पाकिस्तान ने हमेशा दुश्मनी निभाई। आज भारत अपने विकास की ओर बढ़ रहा है, जबकि पाकिस्तान विनाश की ओर।
राजेश कुमार शर्मा, जालंधर