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पत्र

04:00 AM Dec 05, 2024 IST

हमले शर्मनाक
बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद भारतीयों पर हो रहे हमलों ने उनकी स्थिति कठिन बना दी है। हमारी सरकार को वहां के हमलों को रोकने के लिए कूटनीतिक दबाव डालना चाहिए। दुनिया में बढ़ती अशांति, जैसे यूक्रेन-रूस और इस्राइल-हमास संघर्ष, चिंता का कारण है। संयुक्त राष्ट्र को इन संकटों का समाधान करने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं कर सकता, तो उसे भंग करने पर विचार किया जाना चाहिए, क्योंकि उसका मुख्य उद्देश्य शांति और अमन स्थापित करना है।
शकुंतला महेश, नेनावा, इंदौर, म.प्र.

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सशक्त हो नौसेना
चार दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। जिसे स्थापना की याद में मनाया जाता है। 1612 में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा स्थापित यह सेना, बाद में भारतीय नौसेना बन गई। आज भारतीय नौसेना अत्याधुनिक पनडुब्बियों और अन्य उपकरणों से सुसज्जित है और वैश्विक युद्धाभ्यास में भाग लेती है, साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा में अहम भूमिका निभाती है। इसे आधुनिकता से सशक्त बनाने के लिए आज भी प्रयास निरंतर जारी हैं।
राजेश कुमार चौहान, जालंधर

मिलने का हक
उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के बाद, जहां छह लोगों की मृत्यु और 22 पुलिसकर्मी घायल हुए, राजनीतिक दलों के बीच घटनास्थल पर जाने को लेकर विवाद बढ़ गया है। प्रशासन ने विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल को रोक दिया, यह कहते हुए कि इससे माहौल बिगड़ सकता है। वैसे हिंसा के बाद इलाक़े में हाई अलर्ट जारी है। सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत कर दी गई है। हालांकि, विपक्षी दलों को पीड़ितों से मिलने और घटनाक्रम का अध्ययन करने का अधिकार है। प्रशासन को चाहिए कि विपक्षी दलों को उचित समय दे ताकि वे पीड़ितों के परिवारों से मिल सकें और लोकतंत्र की प्रक्रिया मजबूत हो सके।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली

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