नयी कृषि नीति पंजाब ने मांगा तीन हफ्ते का वक्त
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 16 दिसंबर
पंजाब सरकार ने ‘कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति ढांचे’ के मसौदे पर प्रतिक्रिया देने के लिए केंद्र से तीन सप्ताह का समय मांगा है, ताकि इसका गहराई से अध्ययन किया जा सके और संबंधित पक्षों के साथ परामर्श किया जा सके। केंद्र सरकार के उप कृषि विपणन सलाहकार एवं मसौदा समिति के संयोजक डाॅ. एसके सिंह को इस संबंध में पत्र भेजा गया है।
पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने सोमवार को यहां विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मसौदे पर चर्चा की और 19 दिसंबर को किसानों एवं श्रमिक संगठनों के नेताओं तथा कृषि विशेषज्ञों की बैठक बुलाने का निर्णय लिया।
नया मसौदा मंडी
प्रणाली को नष्ट करनेवाला : खुड्डियां
कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने ‘कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति ढांचे’ के मसौदे पर ट्रिब्यून से बातचीत में कहा कि यह रद्द किये जा चुके तीन कृषि कानूनों के प्रावधानों को वापस लाने का प्रयास प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि पंजाब की पूरी अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है और इसमें कोई भी बदलाव प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। पहली नजर में उन्हें यह नीति पंजाब की पुरानी मंडी व्यवस्था को खत्म करने वाली लगती है। उन्होंने कहा कि यह ड्राफ्ट हरियाणा के भी हित में नहीं होगा और वह इसके विरोध में हरियाणा के कृषि मंत्री से संपर्क करेंगे।
डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल सोमवार को लगातार 21वें दिन जारी रही। चिकित्सकों ने उनकी बिगड़ती सेहत के कारण उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी है। हालांकि, उन्होंने कोई भी उपचार लेने से इनकार कर दिया है। कैंसर से पीड़ित 70 वर्षीय डल्लेवाल पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर अनशन पर बैठे हुए हैं, ताकि केंद्र पर फसलों के एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित आंदोलनकारी किसानों की अन्य मांगों को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाया जा सके। डॉ. अवतार सिंह ने डल्लेवाल के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘जांच रिपोर्ट के अनुसार ‘क्रिएटिनिन’ का स्तर बढ़ रहा है और जीएफआर कम हो रहा है।
हरियाणा के सात जिलों में निकाला गया ट्रैक्टर मार्च
पंजाब बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के आह्वान पर सोमवार को हरियाणा के सात जिलों में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। किसान यूनियन नेताओं ने मार्च के दौरान केंद्र सरकार को घेरा। वहीं, किसानों के कई संगठनों ने इस मार्च से दूरी बनाए रखी। शंभू व खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने पंजाब को छोड़कर अन्य राज्यों में सोमवार को ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया था। पंजाब में किसान 18 मार्च को रेलगाड़ियां रोक कर अपना विरोध दर्ज करवाएंगे। हरियाणा के अम्बाला, हिसार, सोनीपत, चरखी दादरी, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल जिलों में सोमवार दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुआ किसानों का ट्रैक्टर मार्च करीब चार घंटे तक जारी रहा।