दुनिया की सोच भी बदल दी एआई ने
साल 2024 ने साबित कर दिया कि एआई सिर्फ एक तकनीक नहीं, बल्कि मानवता के भविष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे न केवल जीवन आसान हुआ है, बल्कि प्रोडक्टिविटी और क्रिएटिविटी को भी एक नया आयाम मिला है।
डॉ. शशांक द्विवेदी
पूरी दुनिया में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में साल 2024 में कई बड़े बदलाव हुए। एआई सहित कई-कई टेक इनोवेशन सामने आये हैं, जिन्होंने तकनीकी दुनिया को बदलने और लोगों को हैरान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लोगों ने जनरेटिव एआई को अपनाने से लेकर फोल्डेबल स्मार्टफोन की बढ़ती पॉपुलेरिटी तक, एक्सेसिबिलिटी और इंटीग्रेशन को बढ़ाने पर फोकस किया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए साल 2024 एक ऐतिहासिक और क्रांतिकारी साल साबित हुआ। इस साल एआई ने तकनीकी विकास में ऐसी छलांग लगाई, जिसने न केवल डिजिटल दुनिया बल्कि आम लोगों की जिंदगी को भी पूरी तरह से बदल दिया। एआई अब हर सेक्टर में काबिज हो रही है।
5जी की प्रौद्योगिकी ने तेज इंटरनेट स्पीड और कनेक्टिविटी के मामले में एक क्रांतिकारी बदलाव किया है। इसके चलते स्मार्टफोन और इंटरनेट ऑफ थिंग्स डिवाइसेस की क्षमता में भी वृद्धि हुई है। वर्ष 2024 में वर्चुअल रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी (वीआर/एआर) ने गेमिंग, एंटरटेनमेंट, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में नयी ऊंचाइयों को छुआ है। नये और उन्नत वीआर/एआर हेडसेट्स और एप्लिकेशन का विकास हुआ है। 2024 में मिक्स्ड रियलिटी हेडसेट कंज्यूमर टेक्नोलॉजी में नए सेगमेंट के रूप में सामने आए हैं, जो फिजिकल और डिजिटल इनवायरन्मेंट को सीमलेस ब्लेंड करते हैं। एपल और मेटा जैसे ब्रांड ने ऐसे डिवाइस पेश किए हैं जो वर्चुअल रियलिटी (वीआर) और ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) को इंटीग्रेट करते हैं ताकि डीप इमर्सिव एक्सपीरियंस ऑफर किए जा सकें।
बीते साल क्वांटम कम्प्यूटर के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई। आईबीएम और गूगल जैसी बड़ी टेक कंपनियों ने अपने क्वांटम कंप्यूटरों के नये वर्शन पेश किये हैं, जिनका उद्देश्य समस्याओं को हल करने की गति को मौजूदा सुपरकंप्यूटर से कई गुना अधिक बढ़ाना है। एआई ने शिक्षा के क्षेत्र में भी नई क्रांति लाने का काम किया। भारत की पहली एआई टीचर के रूप में आइरिस जानी जाती हैं। इस साल मार्च में इन्हें तिरुवनंतपुरम के केटीसीटी स्कूल द्वारा विकसित किया गया।
वर्ष 2024 में बायोइलेक्ट्रॉनिक्स और हेल्थ टेक्नोलॉजी ने स्वास्थ्य देखभाल को एक नयी दिशा दी है। स्मार्ट वियरेबल्स, स्वास्थ्य से संबंधित एप्स और एआई-बेस्ड डायग्नोस्टिक टूल्स ने मेडिकल क्षेत्र में सुधार किया है। वहीं, सस्टेनेबिलिटी और ग्रीन टेक की बात करें, तो पर्यावरणीय चिंताओं को ध्यान में रखते हुए ग्रीन टेक्नोलॉजी में भी इस साल इनोवेशन हुआ है। सोलर पैनल्स, इलेक्ट्रिक वाहन और ऊर्जा संरक्षण के नये तरीके सामने आये हैं। ट्रांसपेरेंट टीवी इस साल काफी चर्चा में रहा। ये 77-इंच का एक ट्रांसपेरेंट टीवी है, ये बंद होने पर शीशे की तरह दिखता है। टीवी ऑन होता है तो एक अलग ही तरह विजुअल एक्सपीरियंस मिलता है। इसमें वायरलेस कनेक्टिविटी के लिए ज़ीरो कनेक्ट बॉक्स का यूज किया गया है।
वर्ष 2024 में हुआवई ने फोल्डेबल या फ्लिप फोन नहीं बल्कि ट्रिपल फोल्ड फोन लॉन्च किया है। ये दुनिया का पहला ट्रिपल-फोल्ड स्मार्टफोन है। स्मार्टफोन खुलने पर 10.2 इंच की बड़ी स्क्रीन ऑफर करता है। ये टैबलेट की तरह भी यूज किया जा सकता है। इसमें 1टीबी स्टोरेज है। फोटो-वीडियोग्राफी के लिए चार कैमरा हैं। स्मार्टफोन से कई फोल्डिंग मोड्स में काम कर सकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेजी से स्मार्टफोन, लैपटॉप और दूसरे गैजेट के काम करने के तरीके का एक जरूरी हिस्सा बन गया है। ये क्रिएटिव और प्रेक्टिकल फीचर्स को एड करती है, जो इन डिवाइसेज के इस्तेमाल के तरीके को बेहतर बनाती है।
वर्ष 2024 में हुए सबसे बड़े इनोवेशन की बात की जाएगी तो उसमें न्यूरालिंक का जिक्र होगा। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब इंसानी दिमाग में चिप लगाई गई। इस साल की शुरुआत में एलन मस्क के टेक स्टार्टअप न्यूरालिंक ने यह कारनामा किया था। कंपनी ने चिप को लेकर दावा किया कि इसके जरिये कम्युनिकेशन और बॉडी को कंट्रोल किया जा सकता है। इस साल कई ऐसे इनोवेशन हुए जो कल्पनाओं से भी परे थे। इतिहास का सबसे बड़ा शटडाउन भी इसी साल देखने को मिला। दुनिया का पहला एआई हॉस्पिटल बनाने वाला देश चीन है, जिसमें मरीजों का इलाज रोबोट करते हैं। इसमें 14 एआई डॉक्टर और 4 एआई नर्स हैं। एआई हॉस्पिटल नए इनोवेशन के नजरिये से काफी दिलचस्प है। एआई डॉक्टर मशीन लर्निंग के आधार पर काम करते हैं। बेहतर, उन्नत और लगातार इस्तेमाल के साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिले। मसलन, 2024 में डिजिटल अरेस्ट के बढ़ते मामलों ने हर किसी को परेशान किया।
साल 2024 ने साबित कर दिया कि एआई सिर्फ एक तकनीक नहीं, बल्कि मानवता के भविष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे न केवल जीवन आसान हुआ है, बल्कि प्रोडक्टिविटी और क्रिएटिविटी को भी एक नया आयाम मिला है।
लेखक विज्ञान मामलों के जानकार हैं।