दिनचर्या में शामिल करें ध्यान व योग : रणबीर गंगवा
गुरुग्राम, 8 दिसंबर (हप्र)
हरियाणा के पीडब्ल्यूडी, बीएंडआर एवं जन स्वास्थ्य विभाग मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने कहा हम यदि अपनी दिनचर्या में ध्यान व योग को शामिल करेंगे तो जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। ध्यान व आध्यात्म शांति का प्रमुख स्रोत है। जिससे मानसिक ताकत में वृद्धि होती है।
कैबिनेट मंत्री रविवार को गुरुग्राम जिला के बहोडा कलां स्थित ब्रह्माकुमारी ओम शांति रिट्रीट सेंटर में 23वें वार्षिकोत्सव को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में पटौदी की विधायक बिमला चौधरी भी उपस्थित रहीं। गंगवा ने कहा कि हम सभी में ईश्वर विराजमान हैं। मानवीय जीवन में हम सभी एक दूसरे के प्रति द्वेष न रखें तो निश्चित रूप से हमारा जीवन बेहतर होगा।
उन्होंने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में भी स्वयं का नहीं पूरे विश्व के कल्याण का उल्लेख है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता हमें विशेष बनाती है, हम सभी के अंदर आध्यात्मिकता होती है बस हमें उसे पहचानना होता है। आध्यामिकता की सही पहचान से हमारा जीवन सरल और सकारात्मक हो जाता है और हम सभी कार्य संपूर्ण ऊर्जा से करते हैं। कैबिनेट मंत्री ने स्पष्ट किया कि आध्यात्मिक होने का अर्थ धार्मिक होना नहीं है इसका अर्थ है जीवन को समझ लेना, आध्यात्मिकता से हमारे अंदर बदलाव आते हैं जैसे कि आध्यात्मिकता से हमारा जीवन को देखने का नजरिया बदल जाता है। हमारा मन सकारात्मक हो जाता है, हम सभी चीजों में अच्छाइयां देखते हैं, जब हम किसी व्यक्ति से मिलते हैं तो उसमें भी हम सकारात्मकता ही देखते हैं और हमारे अंदर एक नई ऊर्जा भरने लगती है। इस मौके पर बीके बृजमोहन, नारायणी गणेश, डॉ. डीआर कार्तिकेयन, बीके आशा, दीपिका जिंदल, बीके उर्मिल, बीके संदीप, बीके लक्ष्मी, बीके विजय, बीके पुष्पा,
बीके गीता, बीके डॉ. रूप सिंह उपस्थित रहे।