कैथल, 3 दिसंबर (हप्र)हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व स्कूल टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के राज्य महासचिव रामपाल शर्मा, जिला प्रधान रामफल दयोहरा, जिला सचिव अमरनाथ किठानिया, कैशियर शीशपाल शर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान संगीता गहलोत, उपप्रधान बूटा सिंह, सहसचिव शमशेर कालिया, संगठन सचिव सुरेश द्रविड़, प्रैस प्रवक्ता राकेश कुमार, ऑडिटर करमचंद केसर व कार्यालय सचिव गुरमीत सिंह ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि शिक्षा विभाग में कोई भी काम व्यवस्थित तरीके से नहीं किया जा रहा है। गत 21 नवंबर को जारी की गई कक्षा 6 से 12 तक की सैट परीक्षा की डेटशीट में 14 दिसंबर दूसरे शनिवार और 15 दिसंबर रविवार के भी पेपर दर्शाए गए थे। डेटशीट जारी करने के बाद गलती का आभास होते ही आनन फानन में इसे रद्द करते हुए अगले दिन नए सिरे से डेटशीट जारी की गई। उसके बाद 2 दिसंबर को विद्यालय मुखियाओं को ही अपने स्तर पर सैट की परीक्षा लेने का फरमान जारी कर दिया गया जबकि इसके लिए किसी भी विद्यालय को कोई बजट जारी नहीं किया गया। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ इस तरह के तुगलकी फरमानों की घोर निंदा करते हुए मांग करता है कि ऐसे फरमान जारी करने से पहले विद्यालयों को उचित बजट मुहैया करवाया जाए। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की टीचर ट्रेनिंग सत्र के शुरुआत में अप्रैल, मई तक ही सीमित रखी जानी चाहिए जबकि इसके विपरीत टीचर ट्रेनिंग के नाम पर सत्र के बीच में ही अध्यापकों को विद्यार्थियों से दूर रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनावों की ट्रेनिंग व ड्यूटी में व्यस्त होने के बावजूद पहले पीजीटी, उसके बाद टीजीटी और जेबीटी अध्यापकों के पांच दिवसीय प्रशिक्षण पढ़ाई के ऐनमौके पर लगाकर बच्चों को शिक्षा से दूर किया जा रहा है।