गुरतेज सिंह प्यासा/ निससंगरूर, 18 जनवरीशंभू और खनौरी बॉर्डर पर 11 महीने से चल रहे किसान आंदोलन ने शनिवार रात उस समय नया मोड़ ले लिया, जब केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा को बातचीत के लिए आमंत्रित किया। किसानों और केंद्रीय प्रतिनिधियों के बीच यह बैठक 14 फरवरी को शाम 5 बजे चंडीगढ़ में होगी।केंद्रीय कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रिय रंजन और कुछ अन्य अधिकारियों ने पिछले 54 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की और उनसे अनशन खत्म करने व तत्काल इलाज लेने की अपील की। किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने बताया कि डल्लेवाल इमरजेंसी मेडिकल सहायता लेने के लिए मान गये हैं। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि 121 किसानों का अनशन समाप्त कराने के लिए कल बैठक बुलाई गयी है।केंद्रीय अधिकारियों और किसानों के बीच बैठक का दौर करीब पांच घंटे तक चला। किसानों ने केंद्र सरकार की ओर से मिले बातचीत के प्रस्ताव पर चर्चा की, जिसके बाद वे 14 फरवरी को बैठक करने पर सहमत हुए।सेवानिवृत्त एडीजीपी जसकरन सिंह, सेवानिवृत्त डीआईजी नरिंदर भार्गव, डीआईजी मनदीप सिद्धू, डीसी डाॅ. प्रीति यादव और एसएसपी डाॅ. नानक सिंह बैठक के दौरान उपस्थित थे। किसानों की ओर से काका सिंह कोटड़ा, अभिमन्यु कोहाड़, जसविंदर लोंगोवाल, सरवन सिंह पंधेर, लखविंदर औलख, सुखजीत हरदोझंडे और इंद्रजीत कोटबुद्धे बैठक में मौजूद थे।केंद्रीय अधिकारी प्रिय रंजन शाम करीब पांच बजे खनौरी पहुंचे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है, यही कारण है कि सरकार ने उन्हें आज यहां भेजा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार डल्लेवाल को स्वस्थ देखना चाहती है।इससे पहले, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा के नेताओं के साथ संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की छह सदस्यीय समन्वय समिति की पातड़ां में हुई दूसरी बैठक में एकजुटता को लेकर कोई नतीजा नहीं निकला। बैठक के बाद तीनों गुटों की ओर से संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी नहीं की गयी।