रेवाड़ी, 11 दिसंबर (हप्र)गीता जयंती के अवसर पर युवा चेतना संगठन के तत्वावधान में साहित्यकार सत्यवीर नाहडिय़ा की श्रीमद्भगवत गीता पर केंद्रित पुस्तक ‘गाऊँ गोबिंद गीत’ के नये तीसरे संस्करण का लोकार्पण सीहा स्थित संत शिरोमणि बाबा रामस्वरूप दास महाराज आश्रम में आध्यात्मिक विचारक स्वामी नरोत्तम दास महाराज ने किया। इस अवसर पर नरोत्तम दास महाराज ने कहा कि श्रीमद्भगवत गीता एक अनमोल ग्रंथ है, जो हमें ज्ञान, कर्म व भक्ति मार्ग के माध्यम से सतोगुणी, रजोगुणी व तमोगुणी प्रकृति से परिचित करवाते हुए जीवन का मूल उद्देश्य बताता है। इस अवसर पर संत शंकरदास महाराज ने श्रीमद्भगवद्गीता को वैश्विक ग्रंथ बताते हुए सभी को गीता जयंती की बधाई दी। लोकार्पण कार्यक्रम में कृति के रचनाकार नाहडिय़ा ने बताया कि इस पुस्तक में श्रीमद्भगवत गीता के संस्कृत के सात सौ श्लोकों हरियाणवी बोली के सात सौ दोहों में अनुवादित किया गया है, ताकि जन-जन तक गीता का ज्ञान पहुंच सके। कार्यक्रम के आयोजक तथा संगठन के प्रधान सामाजिक कार्यकर्ता नरेश भारद्वाज ने सभी का आभार ज्ञापित किया।