एकजुटता से न्याय
गांधी जी ने वल्लभभाई पटेल से कहा कि खेड़ा के किसानों को एकजुट करें और उन्हें अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित करें। उन दिनों कृषि ही भारत का सबसे बड़ा आय का स्रोत था। लेकिन कृषि हमेशा से ही प्रकृति पर निर्भर रही है। वैसा ही कुछ उन दिनों का आलम था। सनzwj;् 1917 में जब अधिक वर्षा हुई तो किसानों की फसल नष्ट हो गई, लेकिन फिर भी अंग्रेजी सरकार ने कर में कोई छूट नहीं दी। इस विपदा को देखकर वल्लभभाई पटेल ने गांधी जी के साथ मिलकर किसानों को कर न देने के लिए प्रेरित करने का साहसिक निर्णय लिया। अंततः अंग्रेजी सरकार को यह कर छोड़ना पड़ा। यहीं से सबसे पहली बड़ी जीत मिली, जिसे आज हम सब खेड़ा आंदोलन के नाम से जानते हैं। अपने किसान भाइयों के साथ खड़े रहने और उनके लिए सत्याग्रह आंदोलनों का नेतृत्व करने के कारण इन्हें सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम से जाना जाने लगा। प्रस्तुति : संदीप भारद्वाज