इमारतों के पुनरुद्धार से पर्यटन को बढ़ावा
राजेंद्र कुमार शर्मा
वर्तमान समय में, जब वर्क फ्राम होम का कल्चर तेजी से बढ़ रहा है, केंद्र सरकार देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों में वीकेंड टूरिज्म और निजी क्षेत्र की भागीदारी पर जोर दे रही है। इस संदर्भ में, राज्य सरकारों को सुझाव दिया गया है कि वे अपने पुराने रेस्ट हाउस या पुरानी इमारतों को विकसित करके ‘वीकेंड टूरिज्म’ के रूप में प्रस्तुत करें। वर्तमान वर्क फ्राम होम के कल्चर को देखते हुए, इन पुराने मकानों को इंटरनेट, सड़क, और खाने-पीने की सुविधाओं के साथ सुसज्जित किया जा सकता है। इन सुविधाओं के साथ, इन्हें 10 से 15 दिनों के लिए लीज पर देकर, लोगों को काम के साथ आराम और विश्राम का भी अनुभव प्रदान किया जा सकता है।
वीकेंड डेस्टिनेशन फंड
वीकेंड टूरिज्म को विकसित करने में फंड की कमी की समस्या के समाधान के लिए पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) नीति अपनाई जा सकती है। यह आर्थिक प्रगति के साथ-साथ बड़ी संख्या में पार्ट-टाइम रोजगार उपलब्ध कराने वाला एक बड़ा सेक्टर बन रहा है। आज कई हॉस्पिटैलिटी उद्योग, जो रिजॉर्ट्स में किड्स प्ले जोन, स्विमिंग पूल, कैंप फायर, डीजे डांस, खान-पान, और नैसर्गिक सौंदर्य से भरपूर गार्डन जैसी सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं, वे वीकेंड टूरिज्म के लिए छोटे शहरों और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर गांवों में भी निवेश कर सकते हैं।
क्या है वीकेंड टूरिज्म ?
वीकेंड टूरिज्म का शाब्दिक अर्थ है कि पर्यटक सप्ताहांत अपने आसपास के किसी अन्य शहर या पर्यटन स्थल पर बिताएं। यह 1 या 2 दिन का पर्यटन हो सकता है। इस दौरान लोग घूमने-फिरने के साथ-साथ अपने ऑफिस के पेंडिंग काम या नए कार्य को एक नए परिवेश में नए विचार के साथ आरंभ कर सकते हैं। यह एक छोटे बजट की आउटिंग हो सकती है, जो उन्हें रिफ्रेश कर सकती है। क्रिएटिव और नवाचार के क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के लिए वीकेंड डेस्टिनेशन कुछ नया करने के लिए आदर्श स्थल हो सकते हैं।
उपयोगिता
वीकेंड टूरिज्म न केवल पर्यटन उद्योग को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि यह राज्यों की आर्थिक प्रगति में भी योगदान दे सकता है। यह पार्ट-टाइम रोजगार प्रदान करने वाला एक बड़ा सेक्टर बन सकता है। विशेषकर, कॉलेज और विश्वविद्यालय के आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी वीकेंड टूरिस्ट प्लेसेस पर पार्ट-टाइम कार्य करके आमदनी कर सकते हैं और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में अनुभव और कौशल प्राप्त कर सकते हैं।
इमारतों की होगी काया पलट
राज्यों में ऐसी बहुत-सी इमारतें या सर्किट हाउस हैं जो खाली और जर्जर हो चुके हैं। इन स्थलों की पहचान कर, उन्हें पर्यटन की मांग के अनुसार विकसित कर, सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकती हैं। निजी क्षेत्र भी ऐसी इमारतों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने में निवेश कर सकता है।
भविष्य के पर्यटन उद्योग
वीकेंड टूरिज्म का कॉन्सेप्ट जहां राज्य राजस्व में वृद्धि करने में कारगर सिद्ध होगा, वहीं भविष्य में देश के पर्यटन उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।