रेवाड़ी, 14 दिसंबर (हप्र)love jehad रेवाड़ी में लव-जेहाद का मामला सामने आया है। यहां इरफान नाम का एक युवक अरुण नाम रखकर आया और एक महिला से शारीरिक संबंध बनाने के बाद उसे लेकर फरार हो गया। उसने पिस्तौल के बल पर महिला की नाबालिग भतीजी से भी दुष्कर्म किया। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि जब वे थाने में शिकायत लेकर पहुंचे तो पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाय उन्हें थाने से भगा दिया। पुलिस ने नाबालिग का मेडिकल भी नहीं करवाया। आरोप है कि जांचकर्ता अधिकारी ने लड़की की अनपढ़ मां से कागजों पर दुष्कर्म के स्थान पर छेड़छाड़ की शिकायत लिखवाई और मामले दबाने का प्रयास किया। जब हिंदू संगठनों को इस बारे में पता चला तो मामला एसपी दरबार पहुंचा।मामला शहर की एक गौशाला से शुरू हुआ। जहां कई वर्षों से एक परिवार रह रहा है। परिवार की विवाहिता से यूपी के हापुड़ का एक युवक संपर्क में आया। उसने अपना नाम अरुण बताया और विवाहिता को मोहब्बत के जाल में फंसा कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा। इस दौरान अरुण ने महिला की नाबालिग भतीजी से पिस्तौल के बल पर दो बार दुष्कर्म किया। उसने लड़की को धमकी दी कि यदि किसी को बताया तो उसके चाचा और पिता को गोली मार देगा। कुछ दिन बाद अरुण विवाहिता को लेकर फरार हो गया। बाद में जांच में पता चला कि अरुण असल में इरफान खान है।नाबालिग लड़की ने अपने चाचा को बताया दुष्कर्म के बारे में बताया। जब वे शिकायत लेकर रात को मॉडल टाउन थाने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें धमका कर भगा दिया। 10 दिसंबर को चाचा कुछ लोगों को लेकर मॉडल टाउन थाने पहुंचे। इस बार मामले की जांच का जिम्मा एक महिला अधिकारी को दे दिया गया। महिला अधिकारी ने मुकदमा दर्ज करने की बजाय पीड़िता से कहा कि केस दर्ज करवाओगे तो तुम्हारी शादी नहीं होगी। दबाव डालकर लड़की की मां से कागज पर अंगूठा लगाकर लिखवा लिया गया कि हम मेडिकल नहीं करवाना चाहते।हिंदू संगठनों ने लड़की और परिवार को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया। लड़की ने कमेटी के समक्ष आपबीती बताई तो उसने तुरंत मेडिकल कराकर केस दर्ज करने के निर्देश दिये। इतना सब होने के बावजूद जांचकर्ता महिला अधिकारी लड़की का मेडिकल कराने की बजाय उसे गौशाला में छोड़ आई। शनिवार को पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया। उसने लव-जिहाद व पुलिस की कारगुजारियों से अवगत कराया। हिंदू संगठन के पदाधिकारी पीड़ित परिवार को एसपी कार्यालय लेकर गए और न्याय की गुहार लगाई।विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष राधेश्याम मित्तल ने कहा कि इतने गंभीर मामले में पुलिस की लापरवाही शर्मनाक है। उन्होंने मांग की कि आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ-साथ जांचकर्ता पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।पुलिस ने दर्ज किया केसमॉडल टाउन थाना के अतिरिक्त प्रभारी महीपाल ने बताया कि मिली शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट की धाराओं की तहत केस दर्ज कर लिया गया है। इसकी जांच का जिम्मा महिला अधिकारी संगीता को दिया गया है।लड़की की काउंसलिंग की : कुसुमलताचाइल्ड वेलफेयर कमेटी की चेयरपर्सन कुसुमलता ने कहा कि पीड़ित परिवार कमेटी के पास आया था। लड़की की काउंसलिंग की गई तो उसने आपबीती बताई। हमने इस मामले में मेडिकल कराने व केस दर्ज करने के निर्देश दिये थे। उन्हें पता चला है कि केस दर्ज हो गया है।