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अमेरिका पर ही भारी पड़ा ट्रंप टैरिफ!

05:00 AM Apr 06, 2025 IST
उत्तरी कैरोलिना में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके सलाहकार एलन मस्क के खिलाफ प्रदर्शन करते लोग। अमेरिका में लोगों के बीच मंदी का खौफ है। नौकरियां जाने का खतरा भी बना हुआ है। फोटो : रॉयटर्स

नयी दिल्ली, 5 अप्रैल (एजेंसी)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दूसरे देशों पर लगाए गये भारी-भरकम टैरिफ के चलते अमेरिकी अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल मची हुई है। टैरिफ घोषणा के दो दिनों के भीतर ही अमेरिकी शेयर बाजार से लगभग 5 ट्रिलियन डॉलर का सफाया हो गया है। आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ गयी है।
20 जनवरी को ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद से 75 दिनों में अमेरिकी बाजारों में 9 ट्रिलियन डॉलर की गिरावट देखी गयी है।
अमेरिकी शेयर बाजार के नास्दाक ने गिरावट के दौर की पुष्टि की और यह अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से 20 फीसदी से अधिक नीचे बंद हुआ। तेल और अन्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट आयी है। चीन द्वारा अमेरिकी वस्तुओं पर 34% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा के साथ वैश्विक शेयर बाजारों में भारी गिरावट आई है और व्यापार युद्ध बढ़ गया है। इसका नतीजा कोरोना महामारी के बाद से बाजारों में सबसे बड़ी गिरावट के रूप में सामने आ रहा है। एएसके प्राइवेट वेल्थ की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में मुद्रास्फीति की दर में वृद्धि हो सकती है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ‘जवाबी टैरिफ’ व्यापार बाधाओं को उस स्तर तक बढ़ा सकता है, जो 1800 के दशक के बाद से नहीं देखे गये।

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भारत पर ज्यादा प्रभाव नहीं

इस सप्ताह भारतीय शेयर सूचकांकों में 2100 अंकों की गिरावट आयी है। इसके बावजूद, वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने भारत पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में सकारात्मक दृष्टिकोण पेश किया है। फर्म ने कहा है कि सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं, फार्मा और ऑटोमोबाइल जैसे प्रमुख भारतीय निर्यात क्षेत्र नये टैरिफ से सीधे प्रभावित नहीं हैं। जेफरीज ने भारत पर लगाए गये 26 प्रतिशत टैरिफ को अन्य देशों पर लगाए गये टैरिफ की तुलना में ‘ठीक’ बताया है।

कृषि क्षेत्र के लिए कड़ी सौदेबाजी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित 26% जवाबी टैरिफ के मद्देनजर भारत घरेलू कृषि क्षेत्र के संरक्षण के लिए कठोर सौदेबाजी कर रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा, ‘हम एक निष्पक्ष, न्यायसंगत और संतुलित सौदे के लिए काम कर रहे हैं।’ इस बीच, कांग्रेस ने कहा कि राष्ट्रीय कार्य बल का गठन किया जाना चाहिए जो अमेरिका से बातचीत का मसौदा तैयार करे और निगरानी करे कि भारत का व्यापार किस दिशा में जा रहा है।

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टाटा के जगुआर लैंड रोवर ने अमेरिका को निर्यात रोका

टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने ब्रिटेन स्थित अपने विनिर्माण संयंत्रों से अमेरिका को वाहनों का निर्यात रोक दिया है। आयातित कारों पर ट्रंप प्रशासन ने 25 प्रतिशत शुल्क लगाया है। कंपनी ने कहा कि व्यापारिक भागीदारों के साथ नयी व्यापारिक शर्तों पर काम चल रहा है।

 

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